कल से शुरू हो रहा पंचकोसी मेला, 9 को आयोजित होगा लिट्टी-चोखा महोत्सव ..

मेलार्थियों से सामाजिक हित में कोविड -19 के मानक प्रक्रिया का अनुपालन करने का आग्रह किया गया है. डॉ. ओझा ने मेलार्थियों से पारंपरिक प्रसाद घर से ही लेकर पहुंचने को कहा है. उधर, मेले को लेकर जिला प्रशासन ने भी व्यापक तैयारी कर रखी है 9 दिसंबर को बक्सर में अत्याधिक भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति करने के साथ-साथ शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक का आदेश भी अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने जारी किया है. 

 




- कार्यक्रम को लेकर सतर्क है जिला प्रशासन
- पंचकोशी मेला में नहीं रहेगी भंडारे और विश्राम की व्यवस्था  

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: इस बार पंचकोशी ने मेला स्थल पर भंडारे और विश्राम की व्यवस्था ही नहीं रहेगी. श्रद्धालुओं को स्वयं प्रसाद बनाकर ले जाने की व्यवस्था करनी होगी इसका निर्णय पंचकोशी परिक्रमा समिति ने एक बैठक में निर्णय लिया है. बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष बसांव पीठाधीश्वर अच्युत प्रपन्नाचार्य ने की.  इस दौरान समिति के सचिव डॉ. राम नाथ ओझा ने कहा कि, कोरोना संक्रमण के कारण इस बार इसे प्रतीकात्मक रूप से मनाया जाएगा. अतः समस्त शामिल होने वाले मेलार्थियों से सामाजिक हित में कोविड -19 के मानक प्रक्रिया का अनुपालन करने का आग्रह किया गया है. डॉ. ओझा ने मेलार्थियों से पारंपरिक प्रसाद घर से ही लेकर पहुंचने को कहा है. उधर, मेले को लेकर जिला प्रशासन ने भी व्यापक तैयारी कर रखी है 9 दिसंबर को बक्सर में अत्याधिक भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति करने के साथ-साथ शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक का आदेश भी अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने जारी किया है. 

बताते चले कि, पंचकोसी मेला का शुभारंभ शनिवार से यानि कल से हो रहा है. पंचकोशी मेला में श्रद्धालु 5 तारीख को अहिरौली, 6 को नदांव, 7 को भभुअर, 8 को बड़का नुआंव और अंतिम दिन आगामी 9 तारीख को चरित्रवन में आयोजित होने वाले लिट्टी - चोखा महोत्सव में सम्मिलित होने के पश्चात इसका समापन करेंगे.














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