चौसा नगर पंचायत से अलग हुए च्यवन मुनि तो लोगों ने जताई नाराजगी ..

कहना है कि चौसा गांव तथा बहादुरपुर एवं हादीपुर को मिलाकर चौसा पंचायत का निर्माण हुआ था. चौसा व बहादुरपुर बिल्कुल एक दूसरे से सटे हैं एक गली की भी दूरी नहीं है. यहां तक कि चौसा का प्रसिद्ध महादेवा घाट, महर्षि च्यवन मुनि आश्रम एवं मां काली का मंदिर तथा श्मशान घाट भी बहादुरपुर में ही स्थित है. 
च्यवन मुनि का आश्रम




- प्रस्तावित नगर पंचायत में गलत सीमांकन का लगाया आरोप डीएम को दिया आवेदन
- कहा, जिनके नाम पर हुआ चौसा का नामकरण उन्हीं को नगर पंचायत से किया अलग

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिले के नव प्रस्तावित नगर पंचायत चौसा के सीमांकन में त्रुटि की शिकायत स्थानीय समाजसेवियों व ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा डीएम को आवेदन देकर की गई है. उनका कहना है कि चवनप्राश के आविष्कारक जिस च्वयन मुनि के नाम पर चौसा का नामकरण हुआ उन्हें नगर पंचायत क्षेत्र में शामिल नहीं किया गया है. लोगों का कहना है कि चौसा गांव तथा बहादुरपुर एवं हादीपुर को मिलाकर चौसा पंचायत का निर्माण हुआ था. चौसा व बहादुरपुर बिल्कुल एक दूसरे से सटे हैं एक गली की भी दूरी नहीं है. यहां तक कि चौसा का प्रसिद्ध महादेवा घाट, महर्षि च्यवन मुनि आश्रम एवं मां काली का मंदिर तथा श्मशान घाट भी बहादुरपुर में ही स्थित है. 



सबसे बड़ी बात कि बक्सर के चरित्रवन श्मशान घाट के बाद दूसरा शमशान घाट चौसा में ही है जो कि बहादुरपुर मौजा में स्थित है. इससे चौसा तथा बहादुरपुर के सभी लोगों की आस्था भी जुड़ी हुई है. चौसा, बहादुरपुर, कटघरवा, हुसैनपुर हादीपुर तथा नरबतपुर तौफिर के सभी लोगों का आवागमन तथा रहन-सहन एक ही है एवं आपस में सभी मौजा एक दूसरे से सटे हुए हैं जबकि, अन्य मौजा जो नगर पंचायत में शामिल किए गए हैं वह लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. ऐसे में गलत सीमांकन को लेकर लोगों में आक्रोश है. लोगों ने डीएम को सौंपे अपने आवेदन पत्र में कहा है कि गलत सीमांकन को फिर से दुरुस्त करते हुए इतिहास और भूगोल दोनों को सुधारा जाए .

जिला पदाधिकारी से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में अधिवक्ता राम लखन पाल, सुनील कुमार यादव, सत्येंद्र सिंह, धनपत चौधरी, मुन्ना चौधरी, रामाश्रय सिंह, राजू चौधरी, हरेंद्र सिंह, सत्येंद्र सिंह, गोल्डन कुमार, जगनारायण सिंह, बच्चा चौधरी, राजेश चौधरी, राम जी बहेलिया, रिजवान खान, उमर खान सहित कई लोग शामिल थे.












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