नहीं पूरी हो सकी बच्चों को खेल-खेल में विज्ञान के गूढ़ रहस्य समझाने की हसरत ..

अब तो अंदर अधिकारियों का कब्जा व  संग्रहालय के आसपास असामाजिक तत्व तथा जुआरियों का अड्डा बन गया है. वर्ष 2018 के अंतिम महीनों में सर्व शिक्षा अभियान का कार्यालय यहां से हटाकर कहीं और करने की बात सामने आ रही थी. हालांकि, इस पर कोई विशेष अधिकारिक पहल होती नहीं दिखी. वहीं, पिछले वर्ष जिला प्रशासन द्वारा संग्रहालय के समीप महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरनार्थियों के लिए नया धरना स्थल चयनित कर दिया गया.





- एक दशक से ज्यादा समय गुजरने के बावजूद बच्चों के काम नहीं आ सका बाल विज्ञान संग्रहालय
- शिक्षा भवन के लिए अब तक नहीं निर्गत हुआ फंड

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में शिक्षा भवन बनाए जाने की फंड की कमी रह में रोड़ा अटका रही है. ऐसे में बाल विज्ञान संग्रहालय सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय के कब्जे से मुक्त नहीं हो सका है. दरअसल, नगर के स्टेशन रोड में बनाए गए बाल विज्ञान संग्रहालय की स्थापना बच्चों को विज्ञान के गूढ़ रहस्यों को समझाने एवं दिखाने के लिए हुई थी हालांकि, यह स्थापना काल से सर्व शिक्षा अभियान का कार्यालय बन कर रह गया तथा संग्रहालय की स्थापना के उद्देश्यों की पूर्ति नहीं हो सकी. बाल विज्ञान संग्रहालय में खेल-खेल में विज्ञान के गूढ़ रहस्य को समझने की हसरत आंखों में लिए कई बच्चे बड़े भी हो गए लेकिन, इस संग्रहालय को अधिकारियों के कब्जे से मुक्त नहीं कराया जा सका.

अब तो अंदर अधिकारियों का कब्जा व  संग्रहालय के आसपास असामाजिक तत्व तथा जुआरियों का अड्डा बन गया है. वर्ष 2018 के अंतिम महीनों में सर्व शिक्षा अभियान का कार्यालय यहां से हटाकर कहीं और करने की बात सामने आ रही थी. हालांकि, इस पर कोई विशेष अधिकारिक पहल होती नहीं दिखी. वहीं, पिछले वर्ष जिला प्रशासन द्वारा संग्रहालय के समीप महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरनार्थियों के लिए नया धरना स्थल चयनित कर दिया गया. अब अगर सर्व शिक्षा अभियान का कार्यालय वहां से स्थानांतरित कर भी दिया जाता है, तो धरना-प्रदर्शन के दौरान शोर शराबे से तार से गिरे खजूर पर अटके वाली कहावत चरितार्थ होती दिखाई दे रही है.

शिक्षा भवन के लिए अब तक नहीं उपलब्ध हुआ है फंड:

बताया जा रहा है कि नगर के मॉडल थाना के समीप बने कला भवन के समीप ही शिक्षा भवन का निर्माण भी किया जाना था जिसके लिए भवन का चयन करने के पश्चात निर्माण को स्वीकृति भी मिल चुकी है. बावजूद इसके निर्माण की राशि अब तक प्राप्त नहीं होने के कारण शिक्षा विभाग समेत सर्व शिक्षा अभियान जैसे कार्यालय इधर उधर ही चलाए जा रहे हैं. 

कहते हैं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी:

शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने बताया कि, शिक्षा भवन के निर्माण के बाद विभाग से जुड़े तमाम कार्यालय एक ही भवन में संचालित किए जाने की योजना है. शिक्षा भवन बनाए जाने के लिए कला भवन के बगल में जगह चिन्हित कर ली गई है. हालांकि, अब तक विभाग से निर्माण राशि प्राप्त नहीं हुई, जिसके कारण काम शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में सभी कार्यालय पुराने भवनों में ही संचालित हो रहे हैं.

















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