दिग्विजय हत्याकांड में अपराधियों के नजदीक पहुंची पुलिस ..

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या भागलपुर जेल में बंद बक्सर के ही एक अपराधी के इशारे पर की गई है. बताया जा रहा है कि, यह हत्या पूर्व में हुई एक हत्या के प्रतिशोध स्वरूप अंजाम दी गई है. घटना को अंजाम देने में शामिल सभी अभियुक्त 25 से 28 वर्ष की उम्र के हैं वहीं, इनमें शामिल एक अभियुक्त के पिता सरकारी नौकरी में भी है. उसी के घर से कांड में प्रयुक्त एक बाइक भी बरामद की गयी है. बताया जा रहा है कि उक्त युवक शराब के अवैध कारोबार में भी शामिल रहा है.




- भागलपुर जेल में बंद अपराधी के इशारे पर हत्या किए जाने की आशंका
- घटनास्थल के पास एक्टिव मोबाइल फोन बना अनुसंधान की पहली कड़ी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के करहंसी गांव में हुई पूर्व मुखिया पुत्र दिग्विजय सिंह की हत्या मामले में अपराधियों के बेहद नजदीक पहुंच गई है. घटना में शामिल एक अभियुक्त को हिरासत में लिया गया है जिससे पूछताछ कर कांड में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है. साथ की घटना को अंजाम देने वाले अभियुक्तों की पहचान कर ली जाने का भी दावा किया जा रहा है हालांकि, पुलिस अभी खुलकर इस मामले में कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. बताया यह भी जा है कि यहां कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की गई है.




उधर, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हत्या भागलपुर जेल में बंद बक्सर के ही एक अपराधी के इशारे पर की गई है. बताया जा रहा है कि, यह हत्या पूर्व में हुई एक हत्या के प्रतिशोध स्वरूप अंजाम दी गई है. घटना को अंजाम देने में शामिल सभी अभियुक्त 25 से 28 वर्ष की उम्र के हैं वहीं, इनमें शामिल एक अभियुक्त के पिता सरकारी नौकरी में भी है. उसी के घर से कांड में प्रयुक्त एक बाइक भी बरामद की गयी है. बताया जा रहा है कि उक्त युवक शराब के अवैध कारोबार में भी शामिल रहा है.

मोबाइल लोकेशन से खुला राज:

अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने सबसे पहले इलाके में घटना के समय एक्टिव मोबाइल फोन के संबंध में जानकारी जुटाई, जिसके बाद एक संदिग्ध युवक का मोबाइल फोन उस समय उसी क्षेत्र में एक्टिव पाया गया. जिसके आधार पर पुलिस ने मामले में कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए मामले उदभेदन कर लिया.





जिले में पहुंचते ही सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे एसपी:

गुरुवार को एसपी नीरज कुमार सिंह रात के समय में जैसे ही बक्सर पहुंचे तो वह तुरंत घटनास्थल पर गए तथा मृतक के परिजनों से पूछताछ कर जानकारी हासिल की. शुक्रवार को भी एसपी-एसडीपीओ समेत मुफस्सिल, नगर थानाध्यक्ष तथा डीआइयू टीम के सदस्य मामले के अनुसंधान तथा बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास में लगे रहे.

सदर विधायक ने दिया है पांच दिनों का अल्टीमेटम:

पूर्व मुखिया के पुत्र की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. जिससे कि, काफी लंबा जाम लग गया था. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने मौके पर मौजूद एसडीपीओ गोरख राम को पांच दिनों का अल्टीमेटम दिया था तथा कहा था कि यदि वह पांच दिनों में मामले का खुलासा नहीं करेंगे तो वह सड़क पर उतर कर प्रशासन के विरुद्ध मोर्चा खोलेंगे. मौके से उन्होंने छुट्टी पर गए एसपी से भी बात कर मामले के त्वरित उद्भेदन के निर्देश दिए थे.










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