सर्द रातों में आश्रय विहीन लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा रैन बसेरा ..

नगर परिषद के द्वारा आश्रम इन लोगों के लिए यह न सिर्फ रहने की बल्कि भोजन आदि की भी व्यवस्था है यहां कोई भी व्यक्ति अधिकतम तीन दिनों तक रह सकते हैं. एक समय के भोजन के लिए लोगों को केवल 35 रुपये का मामूली शुल्क अदा करना पड़ता है. शांति ने बताया कि यहाँ रहने तथा अन्य सुविधाओं के लिए किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाता. 

 





- नगर में आश्रय विहीन अतिथियों तथा सड़कों पर रहने वाले लोगों के निशुल्क व्यवस्था
- रहना निःशुल्क, खाने के लिए मामूली शुल्क

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  रामरेखा घाट पर पूजा-पाठ के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालु यहां किसी व्यवस्था के अभाव में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर होते हैं. वहीं परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में ठंड में सड़क पर रातें गुजारने वाले लोगों के लिए अस्थाई आश्रय स्थल के रूप में नगर में तीन मंजिला रैन बसेरा वरदान साबित हो रहा है. नगर के पुराना बस स्टैंड के पास बनाए गए जहां 50 अतिथियों के लिए अलग-अलग गद्देदार बेड की व्यवस्था की गई है. डोरमैट्री सिस्टम के तहत चलने वाले इस रैन बसेरा में अतिथियों के सामान को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें लॉकर की सुविधा भी प्रदान की जाती है. इतना ही नहीं आश्रय विहीन लोगों के लिए यहां मामूली शुल्क पर भोजन आदि की व्यवस्था भी है.

यहाँ की केयर टेकर शांति देवी बताती हैं कि नगर परिषद के द्वारा आश्रम इन लोगों के लिए यह न सिर्फ रहने की बल्कि भोजन आदि की भी व्यवस्था है यहां कोई भी व्यक्ति अधिकतम तीन दिनों तक रह सकते हैं. एक समय के भोजन के लिए लोगों को केवल 35 रुपये का मामूली शुल्क अदा करना पड़ता है. शांति ने बताया कि यहाँ रहने तथा अन्य सुविधाओं के लिए किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाता. उन्होंने बताया कि बक्सर में हमेशा धार्मिक आयोजन होते रहते हैं और परीक्षा देने के लिए बड़ी संख्या में छात्र बाहर से आते हैं. ऐसे में रैन बसेरा की उनके लिए वरदान साबित हो रहा है.




निशुल्क मिलेगा साफ-सुथरा बेड व कम्बल:

रैन-बसेरा में ठहरने वाले लोगों को रैन बसेरा में बेड और धुले हुए चादर-कंबल उपलब्ध कराए जाते हैं. इतना ही नहीं मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी के अतिरिक्त पीने के लिए आर-ओ का फिल्टर्ड पानी एवं साफ सुथरा परिवेश भी यहां प्रदान किया जाता है.


महिला स्वयं सहायता समूह को मिला संचालन का जिम्मा:

नगर विकास एवं भवन विभाग द्वारा 41 लाख रुपये की लागत से तीन मंजिला रैन-बसेरा भवन का निर्माण पुराना बस स्टैंड के पास कराया गया था. निर्माण के बाद से प्रचार-प्रसार के अभाव में पहले लोग यहां नहीं आ पाते थे लेकिन, अब धीरे-धीरे लोग इसके बारे में जानने लगे हैं. रैन बसेरा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए गीता महिला स्वावलंब समिति लिमिटेड को दिया गया.

कहते हैं उप मुख्य पार्षद:

रैन बसेरा आश्रय विहीन लोगों के लिए बनाया गया है जहां वह निशुल्क रह सकते. ऐसे लोग कि जो किसी कार्य व बक्सर आए हो उनके रहने के साथ-साथ मामूली शुल्क पर भोजन आदि की व्यवस्था है.

इन्द्रप्रताप सिंह
उप मुख्य पार्षद,
नगर परिषद











Post a Comment

0 Comments