विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए कार्यकर्ता ..

कहा कि पूरा विश्व जब कोविड की महामारी को झेल रहा था तो भारत वर्ष की इस पावन भूमि के लोगों ने सामाजिकता का परिचय देकर हमारे देश को कोरोना की महामारी से बचा लिया. विश्व के लोगों ने सामाजिकता को सरकार का काम माना किंतु हम भारतीयों ने सामाजिकता को सरकार का नहीं बल्कि अपना काम माना यही कारण है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपना देश अनुकूल परिस्थिति में बना रहा. 




- नागपुर से आयोजित हुआ था कार्यक्रम, बक्सर में हुआ विधिवत उद्घाटन
- कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा किसान कानून को भी सराहा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का  उद्घाटन संघभूमि नागपुर के डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर रेशमीबाग नागपुर में किया गया.
कोविड19 की  महामारी को देखते हुए इस बार राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रारूप को बहुत  छोटा किया गया. इस राष्ट्रीय अधिवेशन के  उद्घाटन सत्र को पूरे देश में 4000 जगहों पर 1,50,000 कार्यकर्ताओं के बीच वर्चुअल माध्यमों से प्रसारित किया गया. इसी कड़ी में बक्सर में भी राष्ट्रीय अधिवेशन का वर्चुअल उद्घाटन किया गया. राष्ट्रीय अधिवेशन के वर्चुअल सत्र का उद्घाटन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार प्रान्त के पूर्व प्रदेश मंत्री डॉ.राजेश सिन्हा, विद्यार्थी परिषद के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विवेक सिंह, जिला संयोजक त्रिभुवन पाण्डेय और नगर मंत्री रविरंजन पासवान ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्वलित कर और स्वामी विवेकानंद तथा माँ शारदे के तैलचित्र पर पुष्पांजलि करके  किया.




66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र के उद्धघाटनकर्ता के रूप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय सरकार्यवाह भैया जी जोशी जी ने किया. भैया जी जोशी ने राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्धघाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा विश्व जब कोविड की महामारी को झेल रहा था तो भारत वर्ष की इस पावन भूमि के लोगों ने सामाजिकता का परिचय देकर हमारे देश को कोरोना की महामारी से बचा लिया. विश्व के लोगों ने सामाजिकता को सरकार का काम माना किंतु हम भारतीयों ने सामाजिकता को सरकार का नहीं बल्कि अपना काम माना यही कारण है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपना देश अनुकूल परिस्थिति में बना रहा. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के सपनों को पूरा करना ही विद्यार्थी परिषद का उदेश्य है. हम एक ऐसा भारत बनाना चाहते है जो दुनिया के छोटे-छोटे देशों को भी संप्रभुता का संदेश देकर पूरे विश्व का नेतृत्व करे तथा  सर्व समाज की स्थापना करके पुनः विश्वगुरु बन के एक समरस विश्व की स्थापना करें.

राष्ट्रीय अधिवेशन में विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की भी घोषणा की गयी जिसमें सर्वसम्मति से विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप प्रो. छगन लाल सर को तथा राष्ट्रीय महामंत्री के रूप में पुनः सुश्री निधि त्रिपाठी जी को चुना गया. 
अधिवेशन में प्रति वर्ष प्रदान किया जाने वाला प्रो. यशवंत राव केलकर पुरस्कार बिहार के ही रहने वाले मनीष कुमार को कृषि के क्षेत्र में "चलो गाँव की  ओर "अभियान के प्रदान किया गया. जिसमें पुरस्कार स्वरूप 1 लाख रुपये तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.

राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का स्वागत करते हुए प्रस्ताव भी पास किया गया. वक्ताओं ने कहा कि भारत की यह नई शिक्षा नीति छात्रों के सर्वागींण विकास के लिये नई दिशा-दशा देने वाला है. साथ ही कृषि बिल का भी स्वागत किया गया. वर्चुअल राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में  प्रदेश कार्यसमिति  सदस्य सनी सिंह, शुभम राय , समीर प्रताप सिंह , अविनाश कुमार पांडेय नगर सह मंत्री नित्यानंद पाठक,  प्रभात पाठक , हृतिक राय नगर एसएफएस प्रमुख विवेक तिवारी, अभिषेक कुमार समेत कई अन्य छात्र उपस्थित थे.












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