2 महीने चलने वाले शिविर में 25 हज़ार मोतियाबिंद रोगियों का होगा नि:शुल्क इलाज ..

इस दौरान बिना चीरा और टांका लगाए रोगियों की आंखों में लेंस का प्रत्यारोपण किया जाएगा. आयोजन को लेकर तकरीबन 1 लाख स्क्वायर फीट में पंडाल बनाए गए हैं जहां रोगियों के रहने चार समय निःशुल्क पौष्टिक भोजन करने तथा उनके केयरटेकर के भी रहने और भोजन का प्रबंध किया जाएगा. 





- आधुनिक तकनीक से होगा मोतियाबिंद का इलाज़
- महाशिविर का अधिक संख्या में लाभ उठाने की केंद्रीय मंत्री ने की अपील 
- केवल आधार कार्ड लाकर कराया जा सकता है रजिस्ट्रेशन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के प्रयास से पूरे संसदीय क्षेत्र सहित शाहाबाद के अन्य जिलों के लिए मोतियाबिंद का महा शिविर का आयोजन होने जा रहा है. श्री रणछोड़ दासजी बापू चैरिटेबल नेत्र अस्पताल, राजकोट, गुजरात एवं श्रीराम कर्म भूमि न्यास सिद्धाश्रम, बक्सर के द्वारा मोतियाबिंद का महा शिविर लगाया जा रहा है जो कि 31 जनवरी से यह शिविर प्रारंभ हो जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे इसका उद्घाटन करेंगे. चौसा-बक्सर मुख्य मार्ग पर कृतपुरा के समीप स्थित प्रगति पेट्रोल पंप के बगल में 2 महीने तक लगाए जाने वाले शिविर में मोतियाबिंद के रोगियों का फेको विधि से निशुल्क इलाज किया जाएगा. इस दौरान बिना चीरा और टांका लगाए रोगियों की आंखों में लेंस का प्रत्यारोपण किया जाएगा. आयोजन को लेकर तकरीबन 1 लाख स्क्वायर फीट में पंडाल बनाए गए हैं जहां रोगियों के रहने चार समय निःशुल्क पौष्टिक  भोजन करने तथा उनके केयरटेकर के भी रहने और भोजन का प्रबंध किया जाएगा. 




केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने लोगों से अपील की है कि वे इस शिविर में मोतियाबिंद से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए आए. मोतियाबिंद का ऑपरेशन बिल्कुल मुफ्त होगा. रोगियों को आने जाने का किराया भी मिलेगा. आधुनिक तकनीक से ऑपरेशन किया जाएगा. इसके पहले भी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के विशेष प्रयास से मोतियाबिंद के इलाज के लिए  मेगा कैंप का आयोजन बक्सर में किया गया था.  

मरीजों की उतारी जाएगी आरती चरण स्पर्श कर किया जाएगा विदा:

ट्रस्ट के प्रबंधक प्रवीण वासनी ने बताया कि दिवंगत गुरुदेव के आशीर्वाद से ट्रस्ट के द्वारा देशभर में कैंप लगाकर हर साल लाखों मरीजों को मोतियाबिंद की बीमारी से मुक्ति दिलाई जाती है. उन्होंने कहा कि मरीज उनके लिए भगवान के समान होते हैं. मरीजों का इलाज करने के बाद उनकी सुबह-शाम आरती उतारी जाती है. बाद में उनकी विदाई करते समय चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया जाता है. उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाता जबकि आमतौर पर इस इलाज के लिए 15 से 20 हज़ार रुपये कम से कम खर्च करने पड़ते हैं लेकिन, ट्रस्ट के द्वारा किसी भी मरीज से कोई पैसा नहीं लिया जाता. उन्होंने कहा कि मरीज केवल अपना आधार कार्ड लाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं जिसके पश्चात फेको विधि से उनका निशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा. सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में भाजपा के पूर्व आईटी जिला संयोजक नितिन मुकेश के साथ-साथ समाजसेवी तथा पेट्रोल पंप संचालक मुकेश तिवारी व अन्य मौजूद रहे.











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