बताया कि ऐसा देखा जाता है कि बहुत से बच्चे अर्थाभाव में उपयोगी पुस्तकों का क्रय नहीं कर पाते. ऐसे में अभियान विश्वामित्र के अंतर्गत इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई. डीएम ने कहा कि जल्द ही एक ऐसा ऑनलाइन लिंक दिया जाएगा जिसके माध्यम से लोग फ्लिपकार्ट आदि से आवश्यक पुस्तकों का क्रय करते हुए जिला प्रशासन को भेज सकते हैं. इन्हें पुस्तकालय में संरक्षित किया जाएगा, जिन्हें जरूरतमंद बच्चों को पढ़ने हेतु उपलब्ध कराया जाएगा.
- पुस्तक दान करने पहुंचे थे जिले के अधिकारी व बुद्धिजीवी
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: "किताबें झांकती हैं बंद अलमारी के शीशे से, बड़ी हसरत से तकती हैं .. महीनों अब मुलाकात नहीं हो पाती, जो शामें उनकी सोहबत में कटा करती थी, अक्सर गुजर जाती है कंप्यूटर के पर्दे पर .. बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें, उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है .." जिला पदाधिकारी अमन समीर ने गुलजार की लिखी यह कविता लोगों को सुनाते हुए उन्हें यह बताया कि किस प्रकार अब लोग तथा युवा पीढ़ी किताबों से अलग हो रही हैं. जिन्हें एक बार फिर पुस्तकों का महत्व समझाने की जरूरत है. मौका था अभियान विश्वामित्र के अंतर्गत पुस्तक दान कार्यक्रम का. पुस्तक दान के दौरान कुल 139 पुस्तकें दान की गई है. उधर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीवी रोग से जुड़ी 300 बुकलेट दान की गई हैं. दरअसल, जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत अभियान विश्वामित्र के तहत पुस्तक दान कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस अभियान के तहत बोधी केंद्र स्थापित करने हेतु लोगों से पुस्तकों के दान का अनुरोध किया गया था. जिसमें जिले के अधिकारियों के साथ-साथ प्रबुद्ध जनों तथा पत्रकारों व शिक्षकों ने भी पुस्तक दान किया.
0 Comments