बनने के बाद भी जनता की सेवा में नहीं समर्पित हुआ बुनियाद केंद्र ..

1 करोड़ 81 लाख 47 हजार रुपये की लागत से निर्मित इस भवन का निर्माण 2 फरवरी 2017 को शुरू हुआ. वैष्णव इंटरप्राइजेज नामक एजेंसी के द्वारा इसका निर्माण शुरु तकरीबन डेढ़ साल में पूरा किया गया. कार्य पूरा होने के पश्चात भी अब तक बुनियाद केंद्र जनता की सेवा में समर्पित नहीं किया जा सका है.





- बुनियाद केंद्र बना असामाजिक तत्वों का अड्डा 
- सरकार की महत्वकांक्षी योजना का बन रहा मजाक

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सरकारी योजनाएं जनता के कल्याण के लिए बनाई जाती हैं. इन योजनाओं के मद में लाखों करोड़ों रुपए खर्च भी किए जाते हैं लेकिन, योजनाओं का लाभ जनता को कितना मिल रहा है इसकी नियमित मॉनिटरिंग नहीं हो पाती है. ऐसे में जनता खुद को ठगा सा महसूस करती है.

वृद्धजनों, विधवाओं, दिव्यांगों की मदद के लिए डुमराँव प्रखंड मुख्यालय में बनाया गया बुनियाद केंद्र सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का मजाक बना रहा है. 1 करोड़ 81 लाख 47 हजार रुपये की लागत से निर्मित इस भवन का निर्माण 2 फरवरी 2017 को शुरू हुआ. वैष्णव इंटरप्राइजेज नामक एजेंसी के द्वारा इसका निर्माण शुरु तकरीबन डेढ़ साल में पूरा किया गया. कार्य पूरा होने के पश्चात भी अब तक बुनियाद केंद्र जनता की सेवा में समर्पित नहीं किया जा सका है. अब स्थिति यह है कि शराबियों ने इसे अपना अड्डा बना लिया है. यहां पहुंचने वाले लोग शराब की खाली बोतलें देखकर आसानी से यह समझ सकते हैं कि किस प्रकार करोड़ों की लागत से बने इस भवन का दुरुपयोग हो रहा है. भवन परिसर में बड़ी-बड़ी झाड़ियां उग गई हैं.



तीन कर्मियों के भरोसे हैं बुनियाद केंद्र:

बताया जा रहा है कि यह बुनियाद केंद्र केवल तीन कर्मियों के भरोसे चलता है. ऐसे में कर्मी मनमाने ढंग से काम करते हैं. बुनियाद केंद्र में मिलने वाली सभी सुविधाएं भी अभी तक लोगों को नहीं प्रदान की जा रही है. वृद्ध, दिव्यांग जनों के लिए लाए गए उपकरण भी धूल फांक रहे हैं. ऐसे में यहां पहुंचने वाले लोगों को केवल निराशा हाथ लगती है.

खाली पड़ा भवन तो असामाजिक तत्वों ने बनाया अड्डा:

बताया जा रहा है कि भवन खाली रहने के बाद असामाजिक तत्वों ने इसे अपना अड्डा बना लिया है. दिन में जहां जुआरियों की महफिल परिसर में बैठी देखी जा सकती है वहीं, रात्रि के समय शराबी भी यहां पहुंचते हैं. शराब की खाली बोतलें इस बात का पुख्ता प्रमाण है. मजे की बात तो यह है कि जो बातें आम लोगों को दिख जाती हैं. अधिकारियों को कभी वह बातें नहीं दिखती. उधर, सामाजिक मंच ने भी बुनियाद केंद्र को जल्द से जल्द जनता की सेवा में समर्पित करने की मांग की है. मंच के कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर जल्द ही बुनियाद केंद्र को जनता की सेवा में समर्पित नहीं किया जाता तो इसके लिए आंदोलन किया जाएगा.


कहती हैं अधिकारी:

समाज कल्याण विभाग की सहायक निदेशिका पूनम कुमारी बताती हैं कि भवन में अभी भी कई खामियां हैं जिसके सुधार के लिए भवन निर्माण विभाग को कहा गया है वहीं, कर्मियों की कमी दूर करने के लिए विभाग को कहा गया है. जल्द ही लोगों को यह बेहतरीन सुविधाएं मिलने लगेंगी.

पूनम कुमारी

सहायक निदेशक,
सामाजिक सुरक्षा कोषांग









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