पहले से दोगुना चौड़ा होगा स्टेशन रोड, फुटपाथ नहीं होने से होगी परेशानी..

पुनर्निर्माण के बाद चौड़ाई दोगुना से ज्यादा बढ़ जाएगी, जिसमें फुटपाथ भी शामिल होगा. माना जा रहा है कि फरवरी माह के अंत तक सड़क निर्माण पूरा हो जाएगा. साथ ही किनारों पर फेवर ब्लॉक आदि भी लगा दिए जाएंगे. स्टेशन रोड का निर्माण कार्य बेहद तेज गति से चल रहा है हालांकि, कई जगहों पर फुटपाथ की जगह नहीं होने के कारण परेशानी हो सकती है.




- तेजी से चल रहा है निर्माण, फरवरी के अंत तक पूरा कर लिए जाने की उम्मीद
- कई जगहों पर सड़क के किनारे से गायब हो गया है फुटपाथ

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर की लगातार बढ़ती आबादी के साथ ही वाहनों के बढ़ते बोझ को देखते हुए स्टेशन रोड की चौड़ाई अब कम पड़ने लगी थी लेकिन, उसके पुनर्निर्माण के बाद चौड़ाई दोगुना से ज्यादा बढ़ जाएगी, जिसमें फुटपाथ भी शामिल होगा. माना जा रहा है कि फरवरी माह के अंत तक सड़क निर्माण पूरा हो जाएगा. साथ ही किनारों पर फेवर ब्लॉक आदि भी लगा दिए जाएंगे. स्टेशन रोड का निर्माण कार्य बेहद तेज गति से चल रहा है हालांकि, कई जगहों पर फुटपाथ की जगह नहीं होने के कारण परेशानी हो सकती है.




स्टेशन रोड की दो किमी की सड़क के चौड़ीकरण के लिए 14 करोड़ 36 लाख 76 हजार की योजना से काम किया जा रहा है. इसमें सड़क के बीच में डिवाइडर का भी निर्माण पूरा कर लिया गया है. इसके पूर्व कटहिया पुल की चौड़ाई भी बढ़ा दी गई थी. जिससे सड़क निर्माण में सामने आने वाली यह बाधा भी अब दूर हो चुकी है. स्टेशन रोड के बीचो बीच बनाए गए डिवाइडर पर ही बिजली के खंभों को भी शिफ्ट कर दिया गया है जिस पर बिजली के तारों को स्थानांतरित किया जा रहा है.

पहले 16 फ़ीट अब 32 फ़ीट होगी सड़क:

पथ निर्माण विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सड़क की लंबाई पहले 5.5 मीटर यानी तकरीबन 16 फीट थी लेकिन, अब यह चौड़ाई बढ़कर 11.6 मीटर यानी तकरीबन साढ़े 32 फ़ीट हो जाएगी. इसके अतिरिक्त दो से तीन फीट तक फुटपाथ की जगह भी दी जाएगी. वहीं, अंबेडकर चौक से पुलिस चौकी तक रोड की चौड़ाई 14.6 मीटर होगी. उसके बाद फिर रामरेखा घाट की चौड़ाई भी 11.6 मीटर (कुल चौड़ाई) हो रही है. हालांकि, सड़क की चौड़ाई पहले से दोगुना से ज्यादा हो जाएगी.




नगर भवन व रामरेखा घाट के सामने से गायब है फुटपाथ: 

नगर भवन के सामने सड़क के बाद केवल एक से डेढ़ फीट तक की जगह लोगों के लिए बच रही है, उसका भी अतिक्रमण ठेला-खोमचा वालों के द्वारा कर लिया जाता है. जहां फुटपाथी दुकानदार नहीं कब्जा जमा पाते हैं वहां वाहनों की पार्किंग कर फुटपाथ को घेर लिया जाता है. यही हाल रामरेखा घाट रोड का भी हुआ है. ऐसे में वहां लोगों का सड़क पर चलना मजबूरी हो जाएगी जिससे दुर्घटनाओं की भी आशंका प्रबल हो जा रही है.

सरकारी अधिवक्ता नंद गोपाल प्रसाद ने इस पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि वहां डिवाइडर सही जगह नहीं बनाने के कारण नगर भवन के पास सड़क के एक किनारे ज्यादा जगह बच गई है. दूसरी तरफ फुटपाथ गायब हो गया है. वहीं, रामरेखा घाट पर एमपी उच्च विद्यालय की बाउंड्री को आगे कर लेने के कारण इस तरह की स्थिति आई है.

कहते हैं अधिकारी:

सड़क निर्माण तेजी से किया जा रहा है. तकरीबन एक माह में निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद सड़क को जनता की सेवा में समर्पित कर दिया जाएगा.

भरत लाल 
कार्यपालक अभियंता, 
पथ निर्माण विभाग






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