प्रथम पुण्यतिथि पर याद किए गए डुमराँव रियासत के दिवंगत महाराज ..

कहा कि आज भी स्वीकार कर पाना मुश्किल है कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने कहा कि मन के इस खालीपन में अब भी उनकी स्मृतियां ही वास करती हैं. स्मृति शेष पुण्य स्मृति को सादर प्रणाम. उन्होंने कहा कि महाराज साहब को बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे दिवंगत महाराज ने क्षेत्र के विकास में अपने जीवन काल में शिक्षा, जल संरक्षण और स्वास्थ्य के क्षेत्र पूरे शाहाबाद में कार्य कर लोगों की सेवा की. 




- डुमराँव स्थित भोजपुर कोठी में आयोजित हुआ था कार्यक्रम
- शामिल हुए जिले के तमाम गणमान्य व बुद्धिजीवी

 
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बक्सर के प्रथम सांसद तथा डुमराँव रियासत के दिवंगत महाराजा कमल बहादुर सिंह की पहली पुण्यतिथि पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धाञ्जलि अर्पित करने के लिए जिले के कई गणमान्य नागरिक तथा प्रबुद्धजन पहुंचे. इस दौरान समाज के प्रति उनकी सेवा व योगदान को याद किया.




हजारों की संख्या लोगों ने पहुंच तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाञ्जलि दी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज भी स्वीकार कर पाना मुश्किल है कि वह अब हमारे बीच नहीं रहे. उन्होंने कहा कि मन के इस खालीपन में अब भी उनकी स्मृतियां ही वास करती हैं. स्मृति शेष पुण्य स्मृति को सादर प्रणाम. उन्होंने कहा कि महाराज साहब को बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे दिवंगत महाराज ने क्षेत्र के विकास में अपने जीवन काल में शिक्षा, जल संरक्षण और स्वास्थ्य के क्षेत्र पूरे शाहाबाद में कार्य कर लोगों की सेवा की. उनके योगदान ने उन्हें अमर बना दिया.






इस अवसर पर युवराज चंद्र विजय सिंह, महाराज शिवांग विजय, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार त्रिवेदी, निवर्तमान सदर विधायक प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, भाजपा नेता शम्भूनाथ पांडेय, रेडक्रॉस डुमरांव के सचिव शत्रुध्न प्रसाद उर्फ मोहन प्रसाद , भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रदीप दूबे , सत्येंद्र कुंवर, कुमार नयन, डॉ. शशांक शेखर, डॉ. ए. के.सिंह, डॉ. श्रवण कुमार तिवारी, बंटी शाही, डॉ. अरुण मोहन भारवि सहित भारी संख्या में गणमान्य लोगो मौजूद थे. जिन्होंने दिवंगत महाराज के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. इस दौरान महाराज को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया.


बता दें कि चार सौ साल पूर्व भोजपुर को चेरों शासकों के आतंक से मुक्ति दिला राजा नारायण मल जिस परमार वंश की स्थापना की, डुमरांव राज के रूप में उसके स्वर्णिम सफर को 15 वें राजा के रूप में महाराज कमल बहादुर सिंह ने आगे बढ़ाया. उनकी सहृदयता का परिणाम था कि 1950 में प्रजातंत्र लागू होने के बाद भी डुमरांव और पूरे शाहाबाद के लोगों में राज परिवार का सम्मान कम नहीं हुआ. 5 जनवरी 2020 को उनका निधन हुआ.








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