जरिगांवा में हुई महिला तथा दो मासूमों की मौत मामले में पति, प्रेमिका समेत चार नामजद, सास गिरफ्तार ..

जरिगांवा में महिला के जलकर मरने के मामले में मृतका की मां के बयान पर दहेज की मांग के साथ-साथ अवैध संबंधों का आरोप लगाते हुए 4 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाकर मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने तत्काल मृतका की सास को गिरफ्तार कर लिया है वहीं, अन्य की तलाश की जा रही है.

 




- मामले में मृतका की माँ के बयान पर दर्ज कराई गई है प्राथमिकी
- पति के साथ ही साथ ससुर व प्रेमिका को बनाया गया है नामजद अभियुक्त

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जरीगांवा में महिला के जलकर मरने के मामले में मृतका की मां के बयान पर दहेज की मांग के साथ-साथ अवैध संबंधों का आरोप लगाते हुए 4 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाकर मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने तत्काल मृतका की सास को गिरफ्तार कर लिया है वहीं, अन्य की तलाश की जा रही है.



इस बारे में मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि, घटना को लेकर मृतका हेवंती देवी माँ के द्वारा मृतका की सास, ससुर, पति तथा प्रेमिका को आरोपी बनाया गया है. जिसमें सास को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है वहीं, अन्य की तलाश जारी है. प्राथमिकी में दहेज में मोटरसाइकिल की मांग की बात भी उल्लेखित की गई है. 





थाने में दिए गए अपने आवेदन में मृतका की माँ ने बताया है कि उसके दामाद उपेंद्र बीन के अवैध संबंधों को लेकर कुछ दिन पूर्व ही पंचायत कराई गई थी लेकिन, इस मामले में सुधार की जगह पर उपेंद्र बीन और भी उग्र हो गया तथा उसी ने अपनी मां तथा पिता व प्रेमिका के सहयोग से अपनी पत्नी व दोनों पुत्रों को जलाकर मार डाला. थानाध्यक्ष ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही मृतका की सास को गिरफ्तार कर लिया गया है वहीं, पति, उसकी प्रेमिका तथा मृतका के ससुर की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.

घटनास्थल की स्थिति देखकर उठ रहे कई सवाल:

इस घटना के संदर्भ में उपेंद्र के छोटे भाई प्रमोद बीन ने बताया कि वह हॉकर का काम करता है इसलिए उसे सुबह जल्दी उठना पड़ता है. घटना के दिन सुबह जब वह उठा तो उसने बड़े भाई उपेंद्र के कमरे से धुआं उठते देखा इसके बाद अंदर से बंद दरवाजे को तोड़ा गया. शोर सुनकर ग्रामीण भी पहुंचे लेकिन, अंदर का नजारा देखकर सभी विचलित हो गए क्योंकि, अंदर पलंग पर हेवंती देवी के साथ उसके दो बच्चों रागिनी कुमारी 2 वर्ष और ऋषभ कुमार ढाई माह का शरीर जल रहा था.

इस दौरान एक बात जो सबको कचोटती रही, वह यह थी कि हेवंती देवी बिल्कुल सीधी मुद्रा में पलंग पर लेटी हुई थी जबकि, आग लगने पर आमतौर पर लोग भागने का प्रयास करते हैं. इतना ही नहीं उसके बच्चे भी उसके साथ ही सोए हुए थे. यहां तक कि मासूम ऋषभ तो अपनी मां की गोद में चिपका हुआ था. ऐसे में कहीं ना कहीं यह मामला संदेहास्पद बताया जा रहा है. सवाल यह उठता है कि हेवंती देवी ने आखिर किस कारण से भागने और चिल्लाने की कोशिश भी नहीं की? बहरहाल, पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है और जल्द ही मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा.






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