मोतियाबिंद महाशिविर में 10 दिनों में छह हज़ार से ज्यादा रोगियों का हुआ ऑपरेशन ..

यहां विशेषज्ञ चिकित्सक के द्वारा फेको विधि से मोतियाबिंद का ऑपरेशन करते हुए निशुल्क जर्मन लेंस लगाई जा रही है. जबकि इस तकनीक से ऑपरेशन कराने के लिए मरीज को हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. इतना ही नहीं उन्हें लंबी दूरी की यात्रा भी करनी पड़ती है लेकिन, बक्सर तथा आसपास के जिलों और इलाकों से आने वाले रोगियों को यह सुविधा बेहद सहजता से प्राप्त हो जा रही है. 
ऑपरेशन कराने के बाद बाहर निकलती भभुआ की रहने वाली महिला धर्मशीला देवी







- लगातार चलाया जा रहा है अभियान, 30 मार्च तक होगा पंजीकरण
- विशेषज्ञ चिकित्सक फेको विधि से बिना चीरा-टांका के लगा रहे हैं जर्मन लेंस


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: चौसा मार्ग में कृतपुरा के समीप प्रगति पेट्रोल पंप के समीप श्री रणछोड़ दास बापू चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित निशुल्क मोतियाबिंद महाशिविर में पिछले 10 दिनों में लगभग 6000 से ज्यादा रोगियों का निशुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन सफलतापूर्वक हो चुका है. यह जानकारी देते हुए रणछोड़ दास चैरिटेबल ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी प्रवीण भाई वासनी ने बताया कि संस्था के द्वारा लगाए गए इस शिविर में दूरदराज से लोग अपनी आंखों का ऑपरेशन कराने पहुंच रहे हैं. 
रोगियों के लिए निशुल्क वाहन की व्यवस्था


उन्होंने बताया कि उनके यहां विशेषज्ञ चिकित्सक के द्वारा फेको विधि से मोतियाबिंद का ऑपरेशन करते हुए निशुल्क जर्मन लेंस लगाई जा रही है. जबकि इस तकनीक से ऑपरेशन कराने के लिए मरीज को हजारों रुपये खर्च करने पड़ते हैं. इतना ही नहीं उन्हें लंबी दूरी की यात्रा भी करनी पड़ती है लेकिन, बक्सर तथा आसपास के जिलों और इलाकों से आने वाले रोगियों को यह सुविधा बेहद सहजता से प्राप्त हो जा रही है. ऑपरेशन के लिए पहुंचने वाले रोगी इन तथा उनके केयरटेकर को चार समय का पौष्टिक भोजन, ठहरने की व्यवस्था तथा कंबल आदि भी प्रदान किया जा रहा है. इतना ही नहीं उन्हें 100 रुपये की धनराशि आने-जाने के किराए के रूप में प्रदान की जा रही है. 

उन्होंने बताया कि संस्था के द्वारा प्रत्येक वर्ष देश के विभिन्न क्षेत्रों में किया शिविर लगाया जाता है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की पहल पर यह शिविर पिछले वर्ष भागलपुर में लगाया गया था और अब यह शिविर बक्सर में लगाया गया है. दूरदराज से आने वाले रोगी पूरी संतुष्टि एवं बेहतर इलाज प्राप्त कर यहां से अपने घरों को लौट रहे हैं.




ऑपरेशन कराने पहुंचे कैमूर के रामगढ़ के रहने वाले राज कुमार गुप्ता ने बताया कि वह ऑपरेशन कराने के लिए चित्रकूट जाने वाले थे तभी उन्हें यह ज्ञात हुआ कि, बक्सर में ही शिविर लगा हुआ है जिसके बाद वह बक्सर पहुंचे यहां उनकी आँखों तथा स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उनका बिना टांक-चीरा लगाए ऑपरेशन करा दिया गया. राजपुर की महिला ललिता देवी ने बताया कि उनकी आंख से कम दिखाई दे रहा था. चिकित्सकों को दिखाने पर यह ज्ञात हुआ था कि, उन्हें मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराना पड़ेगा लेकिन, अर्थाभाव के कारण वाह ऑपरेशन नहीं करा पा रही थी. इसी बीच ज्ञात हुआ कि इस तरह का ऑपरेशन शिविर यहां लगाया गया है, जिसके बाद वह यहां पहुंची और तुरंत ही उनका ऑपरेशन हो गया. उन्होंने संस्था के लोगों तथा स्थानीय सांसद का आभार व्यक्त किया.
कंबल प्राप्त करते मरीज



टेलीमेडिसिन की सुविधा भी उपलब्ध:

इस महा शिविर में रोगियों के आने वाले उनके सहायकों के लिए विशेष चिकित्सीय परामर्श की व्यवस्था की गई है. टेलीमेडिसिन के माध्यम से पटना एम्स के डॉक्टर उन्हें चिकित्सीय परामर्श देंगे. इसके साथ ही रोगियों के सहायक के लिए खून जांच आदि की भी व्यवस्था की गयी है.

आधुनिक तरीके से हो रहा ऑपरेशन:

महा शिविर में आधुनिक तरीके से ऑपरेशन किया जा रहा है. आधुनिक तकनीक से मोतियाबिंद को नरम करके कुछ ही सेकंड में बिना काटे, बिना टांके, बिना इंजेक्शन और बिना पट्टी के निकाला जा सकता है. आधुनिक फेको मशीन से सॉफ्ट फोल्डेबल लेंस लगाकर बिना टांके का ऑपरेशन हो रहा है. 

मरीजों को मिलेगी यह सुविधा:

मरीजों को निशुल्क भोजन, चाय, नाश्ता, दवाई,  काला चश्मा और  हलवा, एक कंबल, 2 किलो चावल, आधा किलो मीठी बूंदी और 100 रुपए का किराया भाड़ा नगद दिया जाएगा. श्री रणछोड़ दासजी बापू चैरिटेबल एवं श्रीराम कर्म भूमि न्यास सिद्धाश्रम बक्सर के द्वारा मोतियाबिंद का महाशिविर लगाया गया है. निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन का पंजीकरण 31 जनवरी से 30 मार्च तक होगा. शिविर का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक होगा.
ऑपरेशन कराने पहुंचा बच्चा











Post a Comment

0 Comments