मैट्रिक परीक्षा में कदाचार करता परीक्षार्थी निष्कासित, 424 रहे अनुपस्थित ..

बताया कि एक परीक्षार्थी को दूसरी पाली में निष्कासित किया गया. उन्होंने बताया कि उक्त परीक्षार्थी को सरस्वती विद्या मंदिर परीक्षा केन्द्र से निष्कासित किया गया. अपर अनुमंडल पदाधिकारी दीपक कुमार ने उक्त परीक्षार्थी के पास चिट पकड़ा था. जिसके बाद उन्होंने परीक्षार्थी को निष्कासित कर दिया.

 







- जिले के सभी 32 परीक्षा केंद्र पर शुरू हुई परीक्षा
- डुमराँव में एक तथा बक्सर में दो परीक्षार्थी हुए दुर्घटनाग्रस्त

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिले के सभी 32 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई. सभी केन्द्रों पर शांतिपूर्ण माहौल और कदाचार मुक्त वातावरण में परीक्षा का संचालन हुआ. कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं मिली हालांकि, बक्सर रेलवे स्टेशन रोड में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो की चपेट में आकर नया बाजार की रहने वाली पूजा कुमारी तथा आयुषी कुमारी नामक दो लड़कियां मामूली रूप से घायल हो गई. दोनों मैट्रिक के परीक्षा देने बुनियादी विद्यालय परीक्षा केंद्र में आई थी वहीं, डुमराँव में भी एक परीक्षार्थी अंजू कुमारी बाइक से गिरकर घायल हो गई. उनके साथ ही उन्हें परीक्षा दिलाने जा रहे उनके रिश्तेदार भी घायल हो गए.

डीपीआरओ कन्हैया कुमार ने बताया कि एक परीक्षार्थी को दूसरी पाली में निष्कासित किया गया. उन्होंने बताया कि उक्त परीक्षार्थी को सरस्वती विद्या मंदिर परीक्षा केन्द्र से निष्कासित किया गया. अपर अनुमंडल पदाधिकारी दीपक कुमार ने उक्त परीक्षार्थी के पास चिट पकड़ा था. जिसके बाद उन्होंने परीक्षार्थी को निष्कासित कर दिया.



पहली पाली में 216, दूसरी में गैरहाजिर रहे 208 परीक्षार्थी:

मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन दोनों पालियों में विज्ञान की परीक्षा ली गई. इस दौरान पहली पाली में जहां 216 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे वहीं, दूसरी पाली में 208 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि पहली पाली में 15 हजार 984 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी परंतु, इस पाली में 15 हजार 768 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए. इस तरह पहली पाली में 216 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे. वहीं, दूसरी पाली में 15 हजार 808 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी. परंतु इस पाली में 15 हजार 601 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए. इस तरह दूसरी पाली में कुल 208 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. जबकि, कदाचार के आरोप में एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया.




जांच के बाद परीक्षार्थियों को अंदर मिला प्रवेश:

इससे पूर्व सभी परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा प्रारंभ होने से पहले परीक्षार्थियों की विधिवत जांच की गई. इस दौरान कोविड के मानक संचालन प्रक्रिया के मद्देनजर परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग भी की गई. बताया जाता है कि परीक्षा कक्ष में भी वीक्षक द्वारा उनकी जांच की गई कि कहीं उनके पास कोई चिट-पुर्जा तो नहीं है. इस तरह चुस्त-दुरूस्त व्यवस्था के बीच पहले दिन की परीक्षा ली गई.

परीक्षार्थियों से शहर में रही चहल-पहल:

मैट्रिक परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या अच्छी होने के कारण परीक्षा को लेकर शहर गुलजार रहा. खासकर परीक्षा केन्द्रों के आसपास पूरी चहल-पहल रही. आलम यह था कि विद्यालयों के आसपास जिन स्थानों पर अमूमन सन्नाटा रहता है वहां आज लोगों की भीड़ जुटी हुई थी. परीक्षा छूटने और शुरू होने के समय तो सड़कों पर भी भीड़ हो गई. इस क्रम में कई बार सड़क जाम होने की भी नौबत आ गई.


कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी: 

कड़ी व्यवस्था के बीच मैट्रिक की परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल एवं स्वच्छ वातावरण के बीच प्रारंभ हुई. कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना नहीं है. पहले दिन एक परीक्षार्थी को निष्कासित किया गया.

दिवेश कुमार चौधरी, 
जिला शिक्षा पदाधिकारी






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