"नप क्षेत्र से ज्यादा स्वच्छ है पांडेय पट्टी की आबोहवा": आपत्ति पर सुनवाई के दौरान ग्रामीण

आपत्ति में यह भी कहा था यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि, नगर परिषद क्षेत्र की क्या स्थिति है. वहां यत्र-तत्र कचरा डंप किया रहता है जबकि, पांडेय पट्टी पंचायत की आबोहवा स्वच्छ एवं साफ-सफाई की व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त है. ऊपर से  नगर परिषद में शामिल किए जाने के बाद ग्रामीणों पर कई तरह के कर भी लाद दिए जाएंगे. 







- पांडेय पट्टी को नगर परिषद से बाहर रखे जाने की आपत्ति पर हुई सुनवाई
- अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में गठित कमेटी से ग्रामीणों ने की वार्ता

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पांडेय पट्टी ग्राम पंचायत को नगर परिषद क्षेत्र से बाहर रखे जाने की आपत्ति पर सोमवार को अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय की अध्यक्षता में गठित टीम ने सुनवाई की, जिसके बाद ग्रामीणों की आपत्ति पर मंथन कर अपना मंतव्य राज्य सरकार को भेजा गया.



इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक पाण्डेय पट्टी के सरपंच प्रतिनिधि संजय कुमार तिवारी तथा अन्य ग्रामीणों के द्वारा पांडेय पट्टी को नगर परिषद में शामिल किए जाने पर यह कहते हुए आपत्ति दर्ज कराई गई थी कि पांडेय पट्टी का विकास नगर परिषद क्षेत्र से ज्यादा हुआ है। साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाएं भी नगर परिषद से बेहतर हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि पांडेय पट्टी गांव को नगर परिषद में शामिल किए जाने के लिए वर्ष 2011 में हुई जनगणना को आधार बनाया जा रहा है जबकि, वर्ष 2021 में पुनः जनगणना होनी है. ऐसे में बिना जनगणना के तथा आबादी का सही अनुमान लगाए पांडेय पट्टी को नगर परिषद में शामिल किया जाना कहीं से उचित नहीं है. उन्होंने अपने आपत्ति में यह भी कहा था यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि, नगर परिषद क्षेत्र की क्या स्थिति है. वहां यत्र-तत्र कचरा डंप किया रहता है जबकि, पांडेय पट्टी पंचायत की आबोहवा स्वच्छ एवं साफ-सफाई की व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त है. ऊपर से  नगर परिषद में शामिल किए जाने के बाद ग्रामीणों पर कई तरह के कर भी लाद दिए जाएंगे. ऐसे में पांडेय पट्टी को नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किया जाना उचित नहीं है.



मौके पर मौजूद अनुमंडल पदाधिकारी के साथ-साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी दीपचंद जोशी एवं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ग्रामीणों की आपत्ति पर तकरीबन डेढ़ घंटे तक चर्चा की जिसके बाद सरकार को उनकी आपत्ति तथा अपना मंतव्य भेजे जाने की बात कही. इस बारे में पूछे जाने पर एसडीएम ने बताया कि ग्रामीणों से बात हुई है. ग्रामीणों का कहना है कि वह पांडेय पट्टी को नगर परिषद में शामिल किए जाने के पक्ष में नहीं है. इसके लिए उन्होंने कई कारण भी बताएं. ग्रामीणों की बात से सरकार को अवगत कराया जाएगा. मौके पर सरपंच प्रतिनिधि संजय कुमार तिवारी के साथ साथ मुखिया प्रतिनिधि इंद्रदेव सिंह, जिला परिषद सदस्य प्रतिनिधि मनोज पांडेय, बबलू पांडेय, नंदू पांडेय समेत कई ग्रामीण मौजूद थे.






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