वीडियो: आंदोलन की आग के भेंट चढ़ा सरकारी फरमान ..

अन्नदाता 80 दिनों से ज्यादा समय पर सड़क पर बैठे हैं. विरोध प्रदर्शन करने पर कर्मियों को धमकाया जा रहा है छात्रों व युवाओं के चरित्र प्रमाण पत्र को खराब करने की धमकी दी जा रही है जो न्याय संगत नहीं है. उन्होंने कहा कि, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी आवाज़ उठाने तथा अपनी बात रखने का हक़ है.ऐसे में जन विरोधी सरकार के विरोध संघर्ष जारी रहेगा.  







- समाहरणालय के समक्ष कर्मियों ने जलाई सरकारी आदेश की प्रतियां
- कहा, जनविरोधी है राज्य तथा केंद्र सरकार, जारी रहेगा संघर्ष

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले दोपहर के भोजन अवकाश के दौरान समाहरणालय सहित तमाम सरकारी कार्यलयों कार्यरत कर्मचारियों ने 50 वर्षों से ऊपर के कर्मियों को जबरन रिटायर कराने की अशोक चौधरी कमेटी के रिपोर्ट को नहीं मांगने का आदेश तथा नौकरी का डर पैदा कर प्रदर्शन-धरना पर अप्रत्यक्ष रोक लगाने के आदेश की प्रतियोंको जलाकर विरोध प्रकट किया. जिला समाहरणालय पर जिलाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी एवं जिला मंत्री अरुण कुमार ओझा के नेतृत्व में सरकारी आदेश की प्रतियां जलाई गई तथा दूसरे चरण में 26 फरवरी को भी जोरदार विरोध करने की बात कही. कर्मचारियों ने बताया कि 26 फरवरी को प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा और संघ की राज्य इकाई से जो भी निर्देश होंगे उसका पालन किया जाएगा. 




मौके पर जिलाध्यक्ष संजय कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बिहार एवं केंद्र की सरकार के कर्मचारी, मजदूर विरोधी छात्र एवं किसान विरोधी चेहरा उजागर हो गया है. उन्होंने कहा कि कर्मियों को जबरन रिटायर किया जा रहा है. अन्नदाता 80 दिनों से ज्यादा समय पर सड़क पर बैठे हैं. विरोध प्रदर्शन करने पर कर्मियों को धमकाया जा रहा है छात्रों व युवाओं के चरित्र प्रमाण पत्र को खराब करने की धमकी दी जा रही है जो न्याय संगत नहीं है. उन्होंने कहा कि, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपनी आवाज़ उठाने तथा अपनी बात रखने का हक़ है.ऐसे में जन विरोधी सरकार के विरोध संघर्ष जारी रहेगा.  मौके पर नित्यानंद कुमार, हरिराम सिंह, वीरेंद्र प्रसाद, अशोक कुमार, संजय मिश्रा, जगदीश राम, गोपाल भास्कर, तूफानी प्रसाद, विजेंद्र कुमार, पप्पू कुमार, राहुल सिंह, सहित दर्जनों कर्मचारियों ने भाग लिया.

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