शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई मैट्रिक के तीसरे दिन की परीक्षा ..

मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन की परीक्षा जिले के सभी 32 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई. परीक्षा को लेकर सभी अधिकारी विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर नियमित रूप से मॉनिटरिंग करते रहे. इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की भी वीडियोग्राफी होने के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे '!●से भी निगरानी की जाती रही. 







- अधिकारियों द्वारा की जाती रही परीक्षा केंद्र की निगरानी, धारा 144 रही प्रभावी
- पहली पाली में 218, दूसरी में गैरहाजिर रहे 209 परीक्षार्थी 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन की परीक्षा जिले के सभी 32 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई. परीक्षा को लेकर सभी अधिकारी विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर नियमित रूप से मॉनिटरिंग करते रहे. इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों की भी वीडियोग्राफी होने के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जाती रही. दोनों पालियों में सामाजिक विज्ञान की परीक्षा ली गई. इस दौरान पहली पाली में जहां 218 परीक्षार्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे. वहीं, दूसरी पाली में 209 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि पहली पाली में 15 हजार 979 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी. परंतु इस पाली में 15 हजार 761 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए. इस तरह पहली पाली में 218 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे. वहीं, दूसरी पाली में 15 हजार 905 परीक्षार्थियों को परीक्षा देनी थी. परंतु इस पाली में 15 हजार 696 परीक्षार्थी ही परीक्षा में उपस्थित हुए. इस तरह दूसरी पाली में कुल 209 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. जबकि, कदाचार के आरोप में एक भी परीक्षार्थी को निष्कासित नहीं किया गया.



परीक्षा को लेकर सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पूर्व प्रवेश द्वार पर ही परीक्षार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की गई. इसके बाद उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया. परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू कर दी गई है. इसके अतिरिक्त परीक्षा केंद्रों के आसपास फोटोस्टेट की दुकानों को भी बंद रखा गया था. 

जूते का आदेश नहीं मानने पर परीक्षार्थियों में रोष:

परीक्षा में शामिल हो रहे परीक्षार्थियों तथा उनके परिजनों का कहना है कि, परीक्षा केंद्रों पर जूता पहनकर जाने पर रोका जा रहा है. परीक्षार्थी जब परीक्षा देने जूता-मोजा पहन कर पहुंच रहे हैं तो उनका जूता-मोजा खुलवा कर बाहर रखवा दिया जा रहा है. डुमराँव के एक परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहे बक्सर के रहने वाले छात्र अंकित कुमार ने बताया कि वह परीक्षा केंद्र पर जूता पहनकर पहुंचे तो उनका जूता खुलवा दिया गया. कहा गया कि केंद्र पर उपस्थित लोगों को परीक्षा में जूता पहन कर आने के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं मिली है. ऐसे में सभी को चप्पल पहन कर ही आना है.









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