शहादत दिवस पर याद किए गए 1857 क्रांति के योद्धा नीलांबर-पीतांबर ..

प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानी अमर शहीद नीलांबर-पीतांबर का शहीदी दिवस धूमधाम से मनाया गया. सदर प्रखंड के बरुना में खरवार समाज के लोगों ने इस मौके पर अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. चंदन खरवार ने दीप प्रज्वलित कर तथा पुष्पांजलि अर्पित कर किया. 

 





- सदर प्रखंड के बरुना गांव में आयोजित हुआ था कार्यक्रम
- वीर योद्धाओं की प्रतिमा लगाने की सरकार से मांग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के सेनानी अमर शहीद नीलांबर-पीतांबर का शहीदी दिवस धूमधाम से मनाया गया. सदर प्रखंड के बरुना में खरवार समाज के लोगों ने इस मौके पर अमर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. चंदन खरवार ने दीप प्रज्वलित कर तथा पुष्पांजलि अर्पित कर किया. मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए प्रो. चंदन ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी की राह पर चलना देश एवं समाज के लिए अच्छा करना यही सही मायने में उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है. उन्होंने बताया कि सन् 1857 के सिपाही विद्रोह काल में अंग्रेजों के विरुद्ध पीपुल्स वॉर सैन्य संगठन बनाकर इन्होंने गोरिल्ला युद्ध किया था. यह आक्रमण इतना विकराल था कि अंग्रेजों की फौज भी इनके आगे नतमस्तक हो गई हालांकि, बाद में साजिश के तहत इन्हें पकड़कर बिना केस चलाए ही ब्रिटिश सरकार ने 28 मार्च 1859 को लेस्लीगंज में दोनों सहोदर भाइयों को फांसी दे दी. उस काल में यह घटना इतनी महत्वपूर्ण थी कि ब्रिटिश इतिहासकार को भी उनकी जीवन गाथा लिखनी पड़ी. 





प्रो. खरवार ने बताया कि धन्य है उनके माता-पिता जिन्होंने बऐसे युगपुरुष को जन्म दिया. जो दृष्टांत बन कर मानव समाज का मार्गदर्शन कर रहे हैं. वीरगति के बाद भी आज यह में वीरता की सीख देते हैं. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बक्सर में दोनों भाइयों की आदमकद प्रतिमा स्थापित की जाए ताकि, आने वाली पीढ़ियां युगों-युगों तक इनका मार्गदर्शन प्राप्त करते रहे. मौके पर समाज खरवार के नेता राजू खरवार, जितेंद्र खरवार, मुन्ना, हरिकेश, रविशंकर, अरुण, आशु, अशोक, गुंजन खरवार, जितेंद्र यादव, शिवरतन खरवार समेत, ग्रामीण जनता उपस्थित रही.












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