वीडियो: हरिओम ने एक बार फिर बचाई 22 वर्षीय नागिन और धामिन की जान ..

वैसे इस बार हरिओम की बहादुरी की चर्चा इस बार भी हो रही है क्योंकि, उनके कान के पर्दे का ऑपरेशन हुआ है और उन्हें चिकित्सक ने आराम करने की सलाह दी है. फिर भी उन्होंने रेस्क्यू के लिए कॉल आने के बाद तुरंत ही मौके पर पहुंचकर दो सांपों की जान बचाई. जिनमें एक धामिन और एक 22 वर्ष की नागिन है. 

 



- कान का ऑपरेशन होने के बावजूद जानकारी मिलने पर सांपों को बचाने पहुंचे स्नेक सेवर
- कहा, अन्य जीव-जंतुओं की तरह सांपों को भी है जीने का अधिकार

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: सदर प्रखंड के अहिरौली के रहने वाले स्नेक सेवर हरिओम चौबे का नाम अब लोगों के बीच में धीरे-धीरे प्रचलित हो रहा है. हरिओम ने एक बार फिर दो सांपों की जान बचा कर यह संदेश दिया है इस सांप हमारे दुश्मन नहीं है. प्रकृति ने जिस प्रकार सभी जीवों को जीने का अधिकार दिया है उसी प्रकार सांपों को भी अपना जीवन जीने का अधिकार है. 

वैसे इस बार हरिओम की बहादुरी की चर्चा इसलिए  हो रही है क्योंकि, उनके कान के पर्दे का ऑपरेशन हुआ है. और उन्हें चिकित्सक ने आराम करने की सलाह दी है. फिर भी उन्होंने रेस्क्यू के लिए कॉल आने के बाद तुरंत ही मौके पर पहुंचकर दो सांपों की जान बचाई. जिनमें एक धामिन और एक 22 वर्ष की नागिन है. 




हरिओम चौबे ने बताया कि उनके दोनों कान के पर्दे खराब हो गए थे जिसको लेकर ऑपरेशन कराना आवश्यक था क्योंकि, उम्र ज्यादा बढ़ जाने के बाद ऑपरेशन नहीं हो सकता था. ऐसे में पाँच दिन पहले उनके एक कान के पर्दे का ऑपरेशन हुआ है, जिसके बाद चिकित्सक ने उन्हें 15 दिन तक रेस्ट सलाह दी थी. बावजूद इसके अहिरौली में एक घर में धामिन सांप होने की जानकारी मिली. लोगों ने कहा कि यदि वह नहीं आएंगे तो मजबूरी में उन्हें इसे मारना होगा. यह बात सुनते ही तुरंत हरिओम मौके पर पहुंचे और उन्होंने धामिन को रेस्क्यू कर लिया. इसके अलावा चुरामनपुर के पास भी एक नागिन के होने की जानकारी मिलने पर वहां पहुंचे और उन्होंने नागिन को रेस्क्यू किया. 

ऐसे पता लगाते हैं सांप की उम्र और उनका लिंग:

उन्होंने बताया कि नागिन की उम्र 22 वर्ष है. यह जानकारी कैसे मिली यह पूछने पर उन्होंने बताया कि किसी भी सांप के आंखों और फन के बीच की दूरी कितनी सेंटीमीटर है. यह ज्ञात होने पर उसके उम्र का पता लग जाता है. इसके अतिरिक्त नर और मादा जानने के लिए उसके फन के आकार को देखकर भी समझा जा सकता है. उन्होंने बताया कि अगर चौड़ा फन हुआ तो वह नाग है और अगर फन कुछ पतला हुआ तो वह नागिन है. उन्होंने बताया कि नागिन बहुत गुस्सैल होती है तथा वह बार-बार डंक मारती है लेकिन, जब तक सांपों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाए वह लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाते.

मनुष्य की मदद करती है धामिन सांप:

हरिओम ने बताया कि धामिन सांप जिस खेत में रहती है वहां फसल बहुत अच्छी होती है. क्योंकि धामिन चूहों का शिकार करती है. यह लोगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती. धामिन विषहीन होती है. कई बार काली धामिन को देखकर लोग उसे करैत समझ लेते हैं, जो गलत है. उन्होंने बताया कि सांपों को बचाने का यह अभियान और भी तेज किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही वह ट्रस्ट बनाने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अपने स्तर से जहां तक संभव होता है वह साँपों को रेस्क्यू करने जाते हैं और उन्हें बचाते हैं. लोग उन्हें मोबाइल नंबर 8789042874 पर फोन कर जानकारी दे सकते हैं.

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