ख़बर का असर: सरकारी जमीन के गलत आवंटन मामले में राजपुर सीओ, सीआई समेत तीन निलंबित ..

राजपुर थाना क्षेत्र के हरपुर पंचायत में पोखर की जमीन की जमाबंदी गलत तरीके से विश्वनाथ सिंह नामक व्यक्ति के नाम से कर दिए जाने के मामले में अंचलाधिकारी अमलेश कुमार राजस्व कर्मी व प्रभारी सीआई रामाशंकर राम एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर के निलंबन का आदेश जारी किया गया है. मामले को लेकर बक्सर टॉप न्यूज़ ने पूर्व में खबर प्रकाशित की थी. 





- पोखर की जमीन को परती बता कर कर दिया था गलत व्यक्ति को आवंटित
- मामले में राजपुर विधायक ने विधानसभा में उठाई थी आवाज

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राजपुर थाना क्षेत्र के हरपुर पंचायत में पोखर की जमीन की जमाबंदी गलत तरीके से विश्वनाथ सिंह नामक व्यक्ति के नाम से कर दिए जाने के मामले में अंचलाधिकारी अमलेश कुमार राजस्व कर्मी व प्रभारी सीआई रामाशंकर राम एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर के निलंबन का आदेश जारी किया गया है. मामले को लेकर बक्सर टॉप न्यूज़ ने पूर्व में खबर प्रकाशित की थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए स्थानीय विधायक द्वारा मामले को सदन में उठाया गया था.



राजस्व व भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय ने अपने एक बयान में बताया है कि राजपुर विधायक विश्वनाथ राम द्वारा इस मामले को विधानसभा में उठाए जाने के बाद इसकी जाँच करायी गयी तथा जाँच में यह पाया गया कि सरकारी जमीन को गलत ढंग से निजी व्यक्ति के नाम पर बंदोबस्त कर दिया गया है. इस बात के सामने आते ही यह कार्रवाई की गई है. उधर विधायक का कहना है कि इस मामले में सीओ समेत चार लोगों पर कार्रवाई की गयी है.


इस बाबत मिली जानकारी के मुताबिक राजपुर थाना क्षेत्र के हरपुर गांव में लगभग तीन एकड़ 65 डिसमिल जमीन में फैले पोखरा को अंचल कार्यालय के कर्मियों ने विश्वनाथ सिंह के नाम पर बंदोबस्त कर दिया है जबकि, सरकार का स्पष्ट आदेश है कि बिहार सरकार की वैसी परती जमीन जो पानी से भरी नहीं हो और खेतिहर नहीं हो, उसे भूमिहीन व्यक्तियों के नाम बंदोबस्त करना है. जल-जीवन हरियाली अभियान के आलोक में पहले से मौजूद तालाब एवं पोखरा को बचाते हुए उसका जीर्णोद्धार कराकर उसमें जल संचय की व्यवस्था दुरुस्त कर उसे जिंदा रखना है.

5 एकड़ जमीन के मालिक को बताया गया है भूमिहीन:

ग्रामीणों ने बताया कि अंचल निरीक्षक और राजस्व कर्मचारी रामाशंकर राम के प्रतिवेदन के आधार पर खाता नंबर 354 एवं प्लॉट नंबर 145 के अधीन पोखरा को बंदोबस्त कर दिया गया. उनका कहना है कि आज भी इस पोखरे की गहराई काफी है, जिसमें वर्ष भर पानी भरा रहता है। इस पानी से आसपास के खेतों की सिंचाई होती है. पंचायत के पूर्व मुखिया राजेंद्र सिंह, ग्रामीण द्वारिका सिंह , आलोक कुमार, राजगृह सिंह और पिंटू सिंह आदि ने बताया कि जिस व्यक्ति के नाम से जमीन बंदोबस्त की गई है, उसके पास लगभग 5 एकड़ जमीन मौजूद है.

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