अतिक्रमण अभियान: अंबेडकर चौक पर टूट रहा, जमुना चौक पर छूट रहा ..

जिस अतिक्रमण को प्रशासन के द्वारा पोकलेन मशीन लगाकर तोड़ा गया था उस अतिक्रमण को फिर से शुरू कर दिया गया है. दबी जुबान से लोग यह भी बता रहे हैं कि, अतिक्रमण हटाने का यह अभियान केवल दिखावा था जबकि, इसी के बहाने अब सेटिंग-गेटिंग का खेल शुरू हो गया है. ऐसे में लोग अतिक्रमण हटाने से इसलिए भी कतरा रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि उनका भी मामला सेट हो जाएगा.
अंबेडकर चौक पर टूट रहा मकान जमुना चौक पर बन कर तैयार मकान






- नगर में दो जगहों पर अतिक्रमणकारियों से दो तरह का सलूक
- ढीला पड़ा अतिक्रमण हटाओ अभियान तो उठने लगे सवाल

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर में पूरे जोशो-खरोश के साथ शुरु हुआ अतिक्रमण हटाओ अभियान धीरे-धीरे ठंडा पड़ने लगा है. जिसके बाद अतिक्रमणकारी फिर से सड़क तथा सरकारी जमीन का अतिक्रमण करते देखे जा रहे हैं. ऐसे में जिन अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस किया गया था वह तो अब हटाने से कतरा ही रहे हैं, दूसरी तरफ जिन्हें हटाया गया था वह फिर से उभरने लगे हैं. 

नगर के अंबेडकर चौक पर नक्शा नहीं पास कराने के नाम पर एक मकान को तोड़े जाने का निर्देश दिया गया. बताया गया कि उक्त गृह स्वामी ने नगर परिषद से मकान का आवासीय नक्शा केवल एक तल के लिए पास कराया और तीन तल के व्यावसायिक स्वरूप वाले मकान का ढांचा खड़ा कर दिया. जिला पदाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर अब मकान के दो तलों को तोड़े जाने का निर्देश दिया गया है. पूरे नगर में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है वहीं, दूसरी तरफ नगर के जमुना चौक पर तीन मंजिला व्यावसायिक मकान का ढांचा धड़ाधड़ बनकर खड़ा हो गया.  इस मकान के स्वामी ने मकान का नक्शा पास कराया हो अथवा नहीं लेकिन, प्रथम दृष्टया निर्माण के दौरान सड़क का भी अतिक्रमण साफ परिलक्षित हो रहा है. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है.



ढीला पड़ा अभियान तो जगी सेटिंग की आस:

बताया जा रहा है कि नगर के स्टेशन रोड, रामरेखा घाट जैसे इलाकों में अतिक्रमण हटाने के अभियान चलने के बाद भी कई अतिक्रमणकारी अपना अतिक्रमण हटा नहीं रहे जबकि, उन्हें प्रशासन के द्वारा नोटिस दे दिया गया है और तो और जिस अतिक्रमण को प्रशासन के द्वारा पोकलेन मशीन लगाकर तोड़ा गया था उस अतिक्रमण को फिर से शुरू कर दिया गया है. दबी जुबान से लोग यह भी बता रहे हैं कि, अतिक्रमण हटाने का यह अभियान केवल दिखावा था जबकि, इसी के बहाने अब सेटिंग-गेटिंग का खेल शुरू हो गया है. ऐसे में लोग अतिक्रमण हटाने से इसलिए भी कतरा रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि उनका भी मामला सेट हो जाएगा.



सड़कों से हटेगा अतिक्रमण तो हल होंगी जाम की समस्या:

लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद बताते हैं कि सड़क से अतिक्रमण हटाना बेहद आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सड़क से अतिक्रमण नहीं हटता है तो नगर के बेहतर स्वरूप की कल्पना नहीं की जा सकती इसके साथ ही जाम जैसी समस्या का भी हल नहीं निकल सकता है. उधर, अधिवक्ता रामनारायण बताते हैं कि स्थायी रूप से सड़कों का किया गया अतिक्रमण हटाने का अभियान चलना आवश्यक तो है लेकिन, फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन बनाने का वादा भी प्रशासन को पूरा करना होगा. बिना वेंडिंग जोन बनाए और साथ ही दुकानदारों को हटाना न्यायोचित नहीं है.

किसी को बख्शने के मूड में नहीं है अधिकारी:

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार का कहना है कि नगर में बिना नक्शा पास कराए यदि कोई भी मकान बनता है तो उसका भी हश्र वही होगा जो अंबेडकर चौक के पास बने मकान का हो रहा है. उन्होंने बताया कि, अतिक्रमण सड़क जाम समेत कई समस्याओं का कारण बनता है. ऐसे में अतिक्रमण मुक्त नगर बनाने का जो अभियान शुरू हुआ है वह जारी रहेगा और किसी भी अतिक्रमणकारी को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.







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