स्टेशन रोड के सौंदर्यीकरण में बाधक अतिक्रमणकारियों को नोटिस ..

अंचलाधिकारी के द्वारा नोटिस भेजकर 5 मार्च तक स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से अंचलाधिकारी के न्यायालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है. बताया जा रहा है कि ऐसे 80 लोगों की सूची बनाई गई है जिन्होंने सड़क का अतिक्रमण कर लिया है. अकेले ज्योति प्रकाश चौक से रेलवे स्टेशन तक एक दर्जन से ज्यादा अतिक्रमणकारी हैं जिन्हें नोटिस जारी किया गया है.
बक्सर का स्टेशन रोड





- आज अंचलाधिकारी के समक्ष रखना होगा अपना पक्ष, वरना होगी कार्रवाई
- अतिक्रमणकारियों की सूची सार्वजनिक करने से अंचलाधिकारी को परहेज़

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: स्टेशन रोड के सौंदर्यीकरण तथा चौड़ीकरण के दौरान इसकी जद में कई अतिक्रमणकारी आ रहे हैं. जिन्हें अंचलाधिकारी के द्वारा नोटिस भेजकर 5 मार्च तक स्वयं अथवा अपने अधिवक्ता के माध्यम से अंचलाधिकारी के न्यायालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है. बताया जा रहा है कि ऐसे 80 लोगों की सूची बनाई गई है जिन्होंने सड़क का अतिक्रमण कर लिया है. अकेले ज्योति प्रकाश चौक से रेलवे स्टेशन तक एक दर्जन से ज्यादा अतिक्रमण कारी हैं जिन्हें नोटिस जारी किया गया है.



बताया जा रहा है कि इन अतिक्रमणकारियों के द्वारा कहीं अपने मकान का छज्जा सड़क की भूमि में निकाल लिया गया है तो कहीं सीढ़ी बनाकर नाली को ढक दिया गया है वहीं, कहीं-कहीं टीन का शेड लगाकर सड़क का अतिक्रमण कर लिया गया है. ऐसे में सभी को अतिक्रमण के संदर्भ में जवाब देने को कहा गया है और यह भी कहा गया है कि सभी तय समयावधि में जवाब नहीं देते हैं तो समझा जाएगा कि उन्हें इस संदर्भ में कुछ भी नहीं कहना है और उनके विरुद्ध सार्वजनिक भूमि अधिग्रहण अधिनियम 1956 की उपधारा- 15 के तहत कार्रवाई की जाएगी.

सूची सार्वजनिक करने से परहेज पर उठ रहे सवाल:

अंचलाधिकारी ने बताया कि मामले में सभी अतिक्रमणकारियों को नोटिस भिजवाई गई है. उनके द्वारा स्पष्ट जवाब नहीं देने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी. हालांकि, सूची को सार्वजनिक करने के सवाल पर उन्होंने इसे ऑफिशियल डॉक्यूमेंट बताते हुए इनकार कर दिया ऐसे में यह भी चर्चा चल रही है कि, मामला पहले की तरह लेन-देन अथवा सेटिंग से निबटा लिया जाए.


लोक अभियोजक ने डीएम से की 1922 के नक्शे से मिलान करने की मांग:

लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद का कहना है कि सड़क अथवा कोई भी निर्माण से पहले भूमि की पैमाइश आवश्यक होती है लेकिन, स्टेशन रोड में ऐसा नहीं हुआ है. उन्होंने डीएम से सन 1922 के नक्शे से पूरे शहर के सड़कों की पैमाइश कराने की मांग की है. उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि स्टेशन रोड में आनन-फानन में निर्माण का कार्य किया गया है जिससे कि नाली कहीं-कहीं रोड से बिल्कुल सटाकर बना दी गई है. लोक अभियोजक के मुताबिक 1856 में जब रेल लाइन बिछाई गई थी तो उस वक्त अंग्रेजों के द्वारा सीधी सड़क बनाई गई थी लेकिन, यह सड़क कई जगहों पर टेढ़ी-मेढ़ी हो गई है. इसका कारण केवल अतिक्रमण ही है. उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान पुराने खंभे और पेड़ आदि भी हटाने चाहिए, इतना ही नहीं रामरेखा घाट रोड में एमपी उच्च विद्यालय की बाउंड्री भी आगे बढ़ा कर बनाई गई है जिससे कि वहां रास्ता संकीर्ण हो गया है.










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