मधुमक्खी पालन से आय अर्जन को तत्पर हों युवा, बनाएं अपना ब्रांड: डीडीसी

कहा कि मधुमक्खी पालन को और सुचारू रूप से करने के लिए पराग एवं पराग रस वाले फसलों का कैलेण्डर तैयार एक मधुमक्खी कॉरीडोर बनाने की आवश्यकता है तथा मधुमक्खी बॉक्स के माइग्रेशन (एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा कर) के द्वारा साल भर मधु प्राप्त किया जा सकता है. 





- मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के अंतर्गत इनपुट वितरण कार्यक्रम का हुआ आयोजन
- उप विकास आयुक्त ने मधुमक्खी पालकों को बढ़ावा देने की कही बात

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: कृषि विज्ञान केन्द्र में ग्रामीण युवाओं के लिए चल रहे पाँच दिवसीय रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे उप विकास आयुक्त डॉ योगेश कुमार सागर ने युवाओं को मधुमक्खी पालन द्वारा आय अर्जन की बारीकी को समझकर प्रशिक्षणोपरांत मधु प्रसंस्करण द्वारा मूल्यवर्धन कर एक अपना ब्रॉड बनाने की बात कही. प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन तत्परता से रोजगार को बढ़ाने के लिए मदद करने को तैयार है. 




इस दौरान उद्यान विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के अन्तर्गत इनपुट वितरण के अन्तर्गत मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने तथा आय-अर्जन कर स्वावलम्बी बनाने के लिए 17 महिला जीविका कार्यकर्ताओं को कुल 170 मधुमक्खी बॉक्स का वितरण किया गया. इसमें 14 सामान्य एवं चार अनुसूचित जाति श्रेणी के लाभार्थी शामिल हुए. मधुमक्खी बॉक्स का वितरण उप विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर के द्वारा किया गया. मधुमक्खी बॉक्स के अतिरिक्त लाभार्थियों को नीवेल (नकाव), बी हाइव टूल्स आदि का भी वितरण किया गया साथ ही मधु निष्कर्षण यंत्र भी दिया गया.


मौके पर उद्यान विभाग की सहायक निदेशक उद्यान सुपर्णा ने बताया कि इस योजनान्तर्गत कुल 900 मधुमक्खी बॉक्स का वितरण 90 जीविका दीदियों को किया जाना है तथा मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है. 

मधुमक्खी कॉरिडोर बनाए जाने की आवश्यकता: डीडीसी

उप विकास आयुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि मधुमक्खी पालन को और सुचारू रूप से करने के लिए पराग एवं पराग रस वाले फसलों का कैलेण्डर तैयार एक मधुमक्खी कॉरीडोर बनाने की आवश्यकता है तथा मधुमक्खी बॉक्स के माइग्रेशन (एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा कर) के द्वारा साल भर मधु प्राप्त किया जा सकता है. उन्होंने इसका लाभ कृषि विज्ञान केन्द्र लालगंज से जुड़कर लेने की बात कही.  


 इसके पूर्व उप विकास आयुक्त ने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों के साथ उपलब्धियों एवं संसाधनों के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा केविके के समेकित कृषि प्रणाली, बीज उत्पादन कार्य, जलवायु अनुकूल कुषि कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रक्षेत्र परीक्षण, बीज विपणन संयेग, वर्मी कम्पोस्ट इकाई आदि का भ्रमण किया तथा इनकी बारीकियों पर चर्चा की. कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी कार्यक्रम समन्वयक डॉ. देवकरण ने उप विकास आयुक्त का स्वागत किया तथा केविके की क्रियाकलापों को विस्तार से बताया. रामकेवल ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस अवसर पर कृषि विज्ञान के प्रक्षेत्र प्रबंधक आरिफ परवेज, जीविका के डी.पी.एम. अरूण कुमार उपस्थित थे. मधुमक्खी बॉक्स का वितरण माधुरी जीविका महिला मधु उत्पादक समूह को दिया गया.







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