पिछले वर्ष भी जिले में तकरीबन 32 लोगों को मुआवजा प्रदान किया गया था. वैसे मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवेदन देने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि, राज्य के स्तर से जिला के द्वारा स्वास्थ विभाग की तरफ से भेजी गई सूची का अवलोकन कर लोगों को मुआवजा प्रदान किया जाता है.
- अब तक पर 40 लोगों की हो चुकी है संक्रमण से मृत्यु
- राज्य सरकार के द्वारा प्रशासन को भेजी जाएगी सूची
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कोरोना काल में लगातार हो रही मौतों के पश्चात कई परिवारों उसके ऊपर विपत्ति का पहाड़ टूट जा रहा है. कई लोग अपने स्वजनों को खो दे रहे हैं तो कई लोग आर्थिक रूप से इतने कमजोर हो जा रहे हैं कि, उनके समक्ष जीवन-यापन की भी समस्या उत्पन्न हो जा रही है। ऐसे में सरकार लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री राहत कोष से कोरोना से मृत व्यक्तियों के आश्रितों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है. पिछले वर्ष भी जिले में तकरीबन 32 लोगों को मुआवजा प्रदान किया गया था. वैसे मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवेदन देने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि, राज्य के स्तर से जिला के द्वारा स्वास्थ विभाग की तरफ से भेजी गई सूची का अवलोकन कर लोगों को मुआवजा प्रदान किया जाता है.
राशि प्राप्त करने के लिए बैंक पासबुक व पहचान पत्र की होगी आवश्यकता:
राज्य सरकार के द्वारा जिला प्रशासन को राशि भेजे जाने के बाद कोरोना से मृत व्यक्ति के आश्रित की तलाश कर उन्हें मुआवजे की राशि उपलब्ध कराई जाती है. बताया जा रहा है कि मुआवजा प्राप्त करने के लिए आश्रित को मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ साथ पासबुक की छायाप्रति तथा अपना पहचान पत्र आदि प्रशासन को मुहैया कराना होता है तत्पश्चात स्वीकृत राशि खाते में हस्तांतरित कर दी जाती है.
अब तक 42 लोगों की हो चुकी है मृत्यु:
जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अब तक पंद्रह सौ से ज्यादा सक्रिय मरीज जिले में हैं. जिनमें 42 लोगों की मृत्यु वायरस के संक्रमण से हो गई. सरकार के द्वारा मुआवजा दिए जाने से मृतकों के आश्रितों को आर्थिक संबल मिलेगा. जिससे मृतकों परिजनों को काफी राहत होगी.
कहते हैं जिलाधिकारी:
आमतौर पर दुर्घटना आदि होने पर जिला स्तर पर मुआवजा स्वीकृत कर प्रदान कर देना होता है लेकिन, मुख्यमंत्री राहत कोष से मिलने वाली इस सहायता के लिए सरकार की तरफ से स्वीकृति प्रदान कर प्रशासन को सूचना मिलती है. जिसके बाद मृतकों के आश्रितों की तलाश कर उन्हें मुआवजा प्रदान किया जाता है. पिछले वर्ष भी 32 लोगों को मुआवजा प्रदान किया गया था. यदि योजना में कोई परिवर्तन होता है तो इस के संदर्भ में सूचना दी जाएगी.
अमन समीर
जिला पदाधिकारी
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