मामले में हस्तक्षेप करते हुए इसे गलत बताया है. उन्होंने बताया कि किसी पार्टी अथवा दल का नाम लेकर भू-माफिया के द्वारा की जा रही कोशिश बेहद निंदनीय है. आरक्षी अधीक्षक को चाहिए कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए तुरंत ही मामले में उचित कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि, बगल में इटाढ़ी थाना होने के बावजूद इस तरह का माहौल वहां बन गया और किसी को भनक तक नहीं लगी.
- दो पक्षों के बीच न्यायालय में चल रहा है विवाद
- तब तक भूमाफिया ने चली नई चाल
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: जिले के इटाढ़ी में भू- माफिया के द्वारा भीम आर्मी का सहारा लेकर विवादित जमीन पर निर्माण किए जाने का मामला सामने आया है. इस बात को लेकर स्थानीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ जिले के पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह को भी सूचना देकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया गया है. जिसके बाद एसपी के निर्देश पर थानाध्यक्ष के द्वारा निर्माण कार्य रोकने की पहल की जा रही है.
इस संदर्भ में इटाढ़ी के रहने वाले चंद्र मोहन पाठक ने बताया कि उनके पूर्वजों ने वर्ष 1923 में स्थानीय निवासी जिउछि देवी नामक एक महिला से तकरीबन 40 डिसमिल जमीन रेहान पर ली थी जिउछि देवी निसंतान थी ऐसे में उनकी मृत्यु के बाद वर्ष 1998 में खतियान में चंद्र मोहन पाठक के पिता आदि के नाम पर जमीन को दर्ज करा दिया गया, जिसके बाद जमीन का दाखिल-खारिज भी उन लोगों के नाम से हो गया. इसी बीच वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के एक भूमाफिया की नजर उस जमीन पर पड़ी और उसने गलत ढंग से उस जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से एक तीसरे व्यक्ति श्यामसुंदर मुसहर को खड़ा करा कर उसे जमीन अपने नाम लिखवा ली.
बाद में मामला डीसीएलआर के यहां गया उन्होंने मामले की सुनवाई की तथा जमाबंदी रद्द कर जमीन एक बार फिर जिउछि देवी के नाम पर चली गई। इस फैसले से असंतुष्ट चंद्रमोहन पाठक के पिता आदि ने न्यायालय की शरण ली. इसी बीच श्यामसुंदर मुसहर की हत्या हो गई जिस के आरोप में रामख्याली सिंह को जेल भेज दिया गया. बाद में जमानत पर छूट के आने के बाद उक्त भूमाफिया ने जमीन पर कब्जा करने की कोशिश शुरू की. बाद में जमीन पर 107 तथा 144 की कार्यवाही भी की गई. अपने प्रयास में सफल नहीं रहने पर उसने भीम आर्मी का सहारा लिया और अब उनके माध्यम से जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि भीम आर्मी के सदस्य विवादित जमीन पर बार-बार निर्माण की कोशिश कर रहे हैं. उनकी जबरदस्ती देख स्थानीय लोगों में भी दहशत व्याप्त है.
भाजपा के निवर्तमान सदर विधानसभा प्रत्याशी परशुराम चतुर्वेदी ने भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए इसे गलत बताया है. उन्होंने बताया कि किसी पार्टी अथवा दल का नाम लेकर भू-माफिया के द्वारा की जा रही कोशिश बेहद निंदनीय है. आरक्षी अधीक्षक को चाहिए कि वह इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए तुरंत ही मामले में उचित कार्रवाई करें. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि, बगल में इटाढ़ी थाना होने के बावजूद इस तरह का माहौल वहां बन गया और किसी को भनक तक नहीं लगी.
मामले में एसपी नीरज कुमार सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है. मामला जमीन पर कब्जे को लेकर है लेकिन, न्यायालय का फैसला आने तक जमीन पर वस्तु स्थिति बनी रहे इसके लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है.
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