नए स्वरूप के सामने आने के बाद यह देखा जा रहा है कि लोगों को फेफड़ों का संक्रमण ज्यादा परेशान कर रहा है. ऑक्सीजन लेबल लगातार गिरता जा रहा है. ऐसे में वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है ताकि, दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई बनी रहे और संक्रमण से जंग जीतने में लोग कामयाब रहे लेकिन, 1-2 निजी अस्पतालों को छोड़कर कहीं भी वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है.
- तेज़ी से किया जा रहा पाइप लाइन लगाने का काम
- एक हफ्ते के अंदर सेवा शुरु करने की कही जा रही बात
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: सरकारी अस्पताल में वेंटिलेटर मौजूद होने के बावजूद लगातार रोगियों की मौत की खबर सामने आने के बाद प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है. सिविल सर्जन डॉक्टर जितेंद्र नाथ की माने तो वेंटिलेटर संचालन के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक जिले में उपलब्ध हैं. इसके साथ ही वेंटिलेटर लगाए जाने के लिए पाइप लाइन भी बनाया जा रहा है. तकरीबन एक हफ्ते के अंदर वेंटिलेटर की सुविधा शुरू हो जाएगी. सिविल सर्जन ने बताया कि, वेंटिलेटर की सुविधा शुरु करने के लिए अस्पताल प्रशासन बेहद गंभीरता से काम कर रहा है. शीघ्र ही पाइप लाइन का काम पूरा होने के साथ ही वेंटिलेटर काम करना शुरू कर देगा.
दरअसल, कोरोना संक्रमण के नए स्वरूप के सामने आने के बाद यह देखा जा रहा है कि लोगों को फेफड़ों का संक्रमण ज्यादा परेशान कर रहा है. ऑक्सीजन लेबल लगातार गिरता जा रहा है. ऐसे में वेंटिलेटर की आवश्यकता होती है ताकि, दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई बनी रहे और संक्रमण से जंग जीतने में लोग कामयाब रहे लेकिन, 1-2 निजी अस्पतालों को छोड़कर कहीं भी वेंटिलेटर की व्यवस्था नहीं है और जिन निजी अस्पतालों में वेंटिलेटर की व्यवस्था है अभी वहां प्रशिक्षित संचालक नहीं हैं. ऐसे में रोगी तड़प-तड़प कर मरने को विवश हैं.
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