दूसरे की जमीन को हथियाने के प्रयास में है बंदोबस्त पदाधिकारी !

जिन लोगों के विरुद्ध पूर्व अंचलाधिकारी तथा वर्तमान में बंदोबस्ती पदाधिकारी के पद पर कार्यरत बासुकी नाथ श्रीवास्तव से मारपीट का आरोप लगा है उन्होंने उल्टे बंदोबस्त पदाधिकारी पर अपने पद की धौंस दिखा कर जबरन फसल काटने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. साथ ही यह बताया है कि ग्रामीणों के पहुंचने पर भागने के क्रम में गिरने से वह चोटिल हो गए हैं तथा अब उन लोगों को फंसा रहे हैं.
अस्पताल में इलाज सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी बासुकी नाथ श्रीवास्तव

 






- पूर्व अंचलाधिकारी तथा वर्तमान में जमुई में कार्यरत बंदोबस्त पदाधिकारी से मारपीट मामले में नया मोड़
- दूसरे पक्ष ने डीजीपी से लेकर डीएम-एसपी व एसडीपीओ तक को दिया पत्र, लगाई न्याय की गुहार

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नदांव गांव में पिछले दिनों जमुई में कार्यरत बंदोबस्ती पदाधिकारी बासुकी नाथ श्रीवास्तव से मारपीट के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. इस मामले में जिन लोगों के विरुद्ध पूर्व अंचलाधिकारी तथा वर्तमान में सहायक बंदोबस्ती पदाधिकारी के पद पर कार्यरत बासुकी नाथ श्रीवास्तव से मारपीट का आरोप लगा है उन्होंने उल्टे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी पर अपने पद की धौंस दिखा कर जबरन फसल काटने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. साथ ही यह बताया है कि ग्रामीणों के पहुंचने पर भागने के क्रम में गिरने से वह चोटिल हो गए हैं तथा अब उन लोगों को फंसा रहे हैं.




अपने पुत्र तथा अन्य लोगों के साथ खेतों में लाठी लेकर खड़े सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी


मामले में नदांव की रहने वाली चंद्रावती देवी ने डीजीपी बिहार, जिलाधिकारी बक्सर एवं जमुई, आरक्षी अधीक्षक तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बक्सर को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि 5 अप्रैल की सुबह तकरीबन 5:00 बजे उनके पति रामजी सिंह तथा वह नदांव स्थित अपनी जमीन पर लगी जौ की फसल की कटनी कर रही थी. उसी समय बासुकी नाथ श्रीवास्तव, उनके पुत्र अभिजीत कुमार तथा उनके रिश्तेदार के पुत्र विवेक कुमार समेत तीन- चार अज्ञात लोग खेत पर हरवे-हथियार लाठी-डंडे के साथ लैस होकर चले आए तथा पति-पत्नी को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए उनके साथ मारपीट करने लगे. इस दौरान उन्होंने उनके शीलहरण का भी प्रयास किया. बाद में जब आसपास के लोग जुटने लगे तो यह लोग गिरते-पड़ते भागे. साथ ही साथ यह चेतावनी दी कि, पुलिस से इसकी शिकायत करने पर पूरे परिवार की जान से हाथ धोना पड़ेगा. 




उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि, बासुकीनाथ श्रीवास्तव उनकी रैयती जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं जबकि, न्यायालय आदि से भी उनके पक्ष में आदेश मिला है. बावजूद इसके बासुकीनाथ श्रीवास्तव उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने का प्रयास करते रहते हैं. घटना के दिन उन्होंने उनके पुत्र जो कि सरकारी शिक्षक हैं उन्हें भी आरोपी बनाया है जबकि, जिस समय का जिक्र वह अपने आवेदन में कर रहे हैं उस समय उनके पुत्र सत्यनारायण सिंह अपने बच्चे का शिक्षण शुल्क जमा करने के लिए संत मेरीज हाई स्कूल में गए हुए थे.

संपत्ति ब्यौरा में खुद को बताया है भूमिहीन:

चंद्रावती देवी ने अपने आवेदन में बताया है कि बासुकी नाथ श्रीवास्तव सरकारी नौकरी में है और वर्ष 2011-12 से 2017-18 तक अपनी संपत्ति के द्वारा घोषणा प्रपत्र में स्वयं को भूमिहीन होने का प्रमाण पत्र दे रहे हैं. बावजूद इसके वह कई वर्षों से इस 80 डिसमिल जमीन को अपना बताकर विवाद खड़ा करते हैं. 

कहते हैं एसडीपीओ:

मामले में पुलिस को मिले आवेदन को संबंधित अधिकारी के सुपुर्द कर दिया जाएगा. संबंधित अधिकारी के निर्देश पर पुलिसिया सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.

गोरख राम
एसडीपीओ







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