वीडियो: जमीनी विवाद में पिटे सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, गंभीर हालत में रेफर ..

भूमि विवाद सुलझाने का दायित्व अपने कंधे पर लेकर लोगों को न्याय दिलाने वाले अंचलाधिकारी खुद भूमि विवाद के मामले में पिट गए.  गंभीर हालत में उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद विधि-व्यवस्था के जिम्मेदार लोगों पर एक साथ कई तरह के सवाल उठ खड़े हुए हैं.







- जमुई में कार्यरत हैं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नदांव गांव के रहने वाले बासुकीनाथ श्रीवास्तव
- खेतों में लगी फसल की कटनी कराने गए थे सीओ, दबंगों ने कर दिया हमला

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: भूमि विवाद सुलझाने का दायित्व अपने कंधे पर लेकर लोगों को न्याय दिलाने वाले पूर्व में बिहिया में अंचलाधिकारी तथा वर्तमान में जमुई में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के रूप में कार्यरत व्यक्ति खुद भूमि विवाद के मामले में पिट गए.  गंभीर हालत में उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया गया जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. इस तरह का मामला सामने आने के बाद विधि-व्यवस्था के जिम्मेदार लोगों पर एक साथ कई तरह के सवाल उठ खड़े हुए हैं.



मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नदांव गांव का है जहां स्थानीय निवासी तथा जमुई में बतौर सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी कार्यरत बासुकीनाथ श्रीवास्तव तथा उनके एक रिश्तेदार के पुत्र को स्थानीय दबंगों ने लाठी डंडे से पीट पीट कर घायल कर दिया. घायल अवस्था में दोनों को सदर अस्पताल में पहुंचाया गया जहां बासुकीनाथ श्रीवास्तव की खराब हालत को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है.


पुलिस को दिए अपने फर्द बयान में घायल अंचलाधिकारी ने बताया है कि, बक्सर नगर के  समाहरणालय रोड में उनका अपना मकान है. जहां उनके एक रिश्तेदार के पुत्र विवेक कुमार भी रहते हैं. उन्हीं के साथ वह अपने गांव नदांव गए थे जहां उन्होंने खेतों में लगी जौ की फसल को कटवाना शुरु किया. इसी बीच स्थानीय निवासी रामजी सिंह अपने पुत्र सुनील सिंह तथा सत्यनारायण सिंह के साथ पहुंच गए तथा उनके साथ मारपीट करने लगे. सभी ने मिलकर उन्हें तथा उनके रिश्तेदार के पुत्र को जमकर मारा-पीटा जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए. बाद में स्थानीय निवासियों की मदद से उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जिसके बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है.

उधर, इस घटना को पुलिस कितने हल्के में ले रही है इसका प्रमाण उस वक्त मिल गया जब एसडीपीओ गोरख राम से मामले के बारे में पूछा गया. उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के मामले की जानकारी ही नहीं हालांकि, मुफस्सिल थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मामला आपसी जमीनी विवाद का है. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है हालांकि, अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है.

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