बगल के गांव के किसी लड़की के साथ प्रेम प्रसंग में फरार है तथा उसे लेकर वह पटना में कही रह रहा है. वह अपने घर में हिस्सा मांगता था और अपने हिस्से की जमीन बेचना चाहता था जिसका रवि सिंह विरोध किया करता था. इसी बात को लेकर छोटु सिंह उर्फ ओम प्रकाश सिंह प्रायः रवि सिंह से नाराज रहता था.
घटना की जानकारी देते एसडीपीओ के के सिंह |
- मामले में पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपी को दबोचा
- तीन अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है पुलिस
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुरार थाना क्षेत्र के फफदर मोड़ के समीप इसी वर्ष 28 मार्च को हुई एक दिव्यांग की हत्या के मामले में उसी के सगे भाई का हाथ है. यह खुलासा रविवार को पुलिस के द्वारा किया गया. बताया जा रहा है कि हत्या पैतृक संपत्ति हड़पने को लेकर की गई थी. मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया इसके बाद न्यायालय के आदेशानुसार उसे जेल भेज दिया गया. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि इस मामले में तीन अपराधी अब भी फरार चल रहे हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.
जानकारी देते हुए डुमरांव एसडीपीओ के.के.सिंह ने बताया कि मुरार थानान्तर्गत फफदर गांव के मोड़ के निकट मेन रोड से सटे बगीचे में स्थित कुआँ से 28 मार्च को एक शव बरामद किया था जिसकी पहचान कराने पर पता चला कि यह शव फफदर गांव के ही रहने वाले रवि सिंह, पिता-स्व. सुरेन्द्र सिंह का है. इस घटना के संबंध में थाना पर एक लिखित आवेदन दिया गया. मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया. अनुसंधान के क्रम में के दौरान इस घटना के संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले जिसके अनुसार इस काण्ड में फफदर गांव निवासी मुन्ना सिंह उर्फ जितेन्द्र सिंह पिता-ब्रह्मेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया गया, जिन्होने इस काण्ड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की तथा आगे पूछने पर बताया कि रवि सिंह का छोटा भाई छोटु सिंह उर्फ ओमप्रकाश सिंह जो बगल के गांव के किसी लड़की के साथ प्रेम प्रसंग में फरार है तथा उसे लेकर वह पटना में कही रह रहा है. वह अपने घर में हिस्सा मांगता था और अपने हिस्से की जमीन बेचना चाहता था जिसका रवि सिंह विरोध किया करता था. इसी बात को लेकर छोटु सिंह उर्फ ओम प्रकाश सिंह प्रायः रवि सिंह से नाराज रहता था. छोटू सिंह ने पटना में रहकर जितेन्द्र से सम्पर्क किया तथा कहा कि रवि सिंह को रास्ते से हटाना है, जिसके लिए तुम्हारा साथ चाहिए इसके लिए तुम्हे कुछ रुपये भी दूंगा. इस बात पर जितेंद्र तैयार हो गया.
एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए घटना के दिन से करीब 4-5 दिन पहले हत्या करने का योजना बनाई गई. योजना के अनुसार दिनांक 28 मार्च को दिन में 2 बजे जितेंद्र जब चौगाई मैदान में पहुंचा तो देखा कि कि छोटू सिंह और उसके दो साथी जिसमें एक साथी जिसका नाम बन्नी कुमार उर्फ बनवारी जो औरंगाबाद का रहने वाला है एवं एक अन्य जिन्हें वह नहीं पहचानते थे तथा वह पहले से मौजूद थे. बाद में रवि सिंह जो दुकान बन्द करके वापस अपने घर लौट रहा था तभी फफदर मोड़ से पहले रवि सिंह को रोक कर जितेंद्र बातचीत करने लगा इसी बीच छोटु सिंह एवं उनके अन्य दो साथी आ गये और छोटु सिंह अपने हाथ में लिए लाठी से रवि सिंह के सिर पर प्रहार कर दिया जिससे रवि सिंह बेहोश हो गया और फिर चारों ने उसे व्हिल चेयर से उतार कर घसीटते हुए बगल के खेत में ले गये जहां उसे ईंट - पत्थरों एवं चाकू से वार कर उसके हत्या कर दी एवं बगीचे में स्थित सुखे कुओं में डाल दिया.
एसडीपीओ ने बताया कि मामले में कुल 4 अपराध कर्मी शामिल थे जिनमें से एक गिरफ्तार हो चुका है जबकि तीन अन्य अपराध है. अनुसंधान करने वाली टीम के सदस्यों में मुरार थानाध्यक्ष मनोरंजन प्रसाद राय एवं सशस्त्र बल तथा डी.आई.यू. टीम के सदस्य शामिल है.
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