वीडियो: पंचायत में करोड़ों रुपये के गबन को उजागर करने वाले आरटीआई कार्यकर्ता को मिली झूठे मुकदमों की सजा ..

सीधा सवाल किया कि आखिर क्या कारण है कि मामलों को उजागर करने के बावजूद अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई है? कई वर्ष बीत जाने के बावजूद जनता का पैसा सरकारी खाते में वापस नहीं किया गया? ऐसे में उन्होंने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से यह अपील की है कि वह भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों पर नकेल लगाने का काम करें.

 




- मीडिया के समक्ष रखी अपनी व्यथा
- मुख्यमंत्री से की भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने की अपील

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: "चौसा प्रखंड के पवनी पंचायत में वर्ष 2016-17 में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एक सड़क बनी थी जिसमें तकरीबन 8 लाख रुपये का खर्च हुआ था. यह सड़क बनने के 6 माह के बाद ही टूटने लगी. इसी सड़क पर वर्ष 2017-18 में स्थानीय मुखिया के द्वारा मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सड़क का निर्माण दिखाकर ढाई लाख रुपये का गबन कर लिया गया." यह कहना है आरटीआई कार्यकर्ता सह समाजसेवी मृत्युंजय दूबे का उन्होंने बताया कि इस सड़क का कई जगहों पर अतिक्रमण की कर लिया गया है. जब उन्होंने आरटीआई के माध्यम से इस भ्रष्टाचार का खुलासा किया. तो उन पर हरिजन एक्ट के साथ-साथ तीन-चार आपराधिक मुकदमें भी दर्ज करा दिए गए. 

उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने आरटीआई के माध्यम से भ्रष्टाचार के दर्जनों मामले उजागर किए हैं, जिसमें साफ तौर पर मुखिया गिरिजा देवी तथा उनके प्रतिनिधि राम भजन सिंह की संलिप्तता उजागर हुई है लेकिन, इन मामलों को उजागर करने के एवज में उन्हें अब तक केवल धमकी मिली है. साथ ही साथ उन पर झूठे मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगो ने जनता का पैसा लूटने का कार्य किया है वह लोग जिले के अधिकारियों तथा पुलिस कर्मियों के साथ उठते बैठते हैं. ऐसे में उन लोगों पर कोई कार्यवाही भी नहीं होती. 

मृत्युंजय दूबे ने सीधा सवाल किया कि आखिर क्या कारण है कि मामलों को उजागर करने के बावजूद अब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई है? कई वर्ष बीत जाने के बावजूद जनता का पैसा सरकारी खाते में वापस नहीं किया गया? ऐसे में उन्होंने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से यह अपील की है कि वह भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों पर नकेल लगाने का काम करें.

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