ऐसे में पत्रकार यदि इस मामले को उठाता है तो वह क्या गलत कर रहा है. विधायक ने कहा कि हर पत्रकार स्वतंत्र होता है. वह सांसद, विधायक किसी के विरुद्ध खबरें लिख सकता है लेकिन, यदि पत्रकार को डराने-धमकाने अथवा इस तरह से उसके विरुद्ध फर्जी मुकदमे किए जाने की परिपाटी शुरू की जा रही है तो यह बेहद गलत है. पूरा विपक्ष पत्रकारों के साथ खड़ा है.
- पत्रकार पर दर्ज फर्जी मुकदमा हो वापस, माफी मांगे भाजपा नेता: भाकपा माले
- पूरा विपक्ष पत्रकारों के साथ है खड़ा: सदर विधायक
- पत्रकारों ने किया सांसद का पुतला दहन
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पत्रकार पर भाजपा सांसद सह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के इशारे पर दर्ज फर्जी मुकदमे की चहुंओर निंदा हो रही है. बक्सर में पत्रकारों के द्वारा स्थानीय मॉडल थाना चौक के समीप सांसद अश्विनी कुमार चौबे का पुतला दहन किया गया. इस दौरान जमकर उनके विरुद्ध नारेबाजी हुई तथा फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग की गई. इसके साथ ही सदर विधायक संजय कुमार तिवारी ने भी सांसद के द्वारा किए गए इस कृत्य की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि सांसद के द्वारा एक ही एंबुलेंस को कई बार उद्घाटन किए जाने की बात खुद ही स्वीकारी गई है. ऐसे में पत्रकार यदि इस मामले को उठाता है तो वह क्या गलत कर रहा है. विधायक ने कहा कि हर पत्रकार स्वतंत्र होता है. वह सांसद, विधायक किसी के विरुद्ध खबरें लिख सकता है लेकिन, यदि पत्रकार को डराने-धमकाने अथवा इस तरह से उसके विरुद्ध फर्जी मुकदमे किए जाने की परिपाटी शुरू की जा रही है तो यह बेहद गलत है. पूरा विपक्ष पत्रकारों के साथ खड़ा है और सांसद के इशारे पर कराया गया फर्जी मुकदमा वापस लेने की लड़ाई इसमें उनके साथ है.
उधर भाकपा माले के विभिन्न नेताओं तथा डुमरांव के विधायक अजीत कुमार सिंह ने इस मामले की घोर निंदा की है. माले राज्य कमिटी नेता व पार्टी जिला सचिव कामरेड नवीन ने कहा कि पत्रकार उमेश पांडेय पर किया गया फर्जी मुकदमा सांसद के कुकृत्यों को उजागर करने के कारण बदले की भावना से की गई कार्रवाई है. भाजपा के राज में अघोषित इमरजेंसी चल रही है पत्रकार और मीडिया द्वारा सत्य उजागर करने पर शिकंजा कसने की भाजपाई साजिश सत्ता के नशे मेें चूर मंत्री के द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर सीधा हमला है. यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. भाकपा माले पत्रकार उमेश पाण्डेय सहित हर पत्रकार के साथ मजबूती से खड़ा है. फर्जी मुकदमे को अविलंब वापस लेते हुए भाजपा नेताओं को माफी मांगनी चाहिए.
माले के डुमरांव विधायक अजीत कुमार सिंह ने कहा कि
न्यूज़ पोर्टल ईटीवी भारत के पत्रकार उमेश पांडेय पर स्थानीय लोकसभा के माननीय सांसद महोदय अश्विनी चौबे के आदेश पर एफ.आई.आर. दर्ज कराया गया है. यह दौर स्वतंत्र मीडिया का सरकार के अधीनस्त मीडिया में तब्दील हो जाने का है. लोकतंत्र के इस मजबूत चौथे स्तंभ की धार को सरकार कुंद कर देना चाहती है. इस दौर में देश भर में लोकतंत्र को मजबूत करने में लगे सामाजिक कार्यकर्ताओं और मीडियाकर्मियों पर संगठित सरकारी हमले हो रहे है. बक्सर का यह मामला भी उसी प्रकार का है. पहले पत्रकार को खरीदने की कोशिश की जाती है ना बिके तो धमकी दी जाती है और यदि इससे भी काम ना बने तो फर्जी मुकदमे किए जाते हैं.
विधायक ने कहा कि जागरूक लोगो से अपील है कि बक्सर सांसद द्वारा पत्रकार को धमकी देने और फर्जी एफ.आई.आर दर्ज कराने के खिलाफ खड़े हों.इस दौर में नागरिकों की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने पत्रकारों के साथ खड़े हो. माले जिला कार्यालय सचिव संजय शर्मा ने बताया कि छपरा की तरह बक्सर में भी छः एम्बुलेंस के दुरुपयोग का मामला सामने आया था. सांसद के द्वारा पुराने एम्बुलेंस का बार-बार उद्घाटन कर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई. इस पूरे मामले को पत्रकार उमेश ने मजबूती से उठाया था. दूसरा बक्सर के गंगा घाटों पर बहती लाशों के मामले को और कोविड-काल के दरम्यान सांसद की निष्क्रियता को भी पत्रकार उमेश के साथ ही अन्य पत्रकारों ने भी मजबूती के साथ मीडिया के माध्यम से उठाया.
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