जांच में तेजी तथा वैक्सीनेशन में भ्रांति दूर करने के लिए डीएम ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ..

वैक्सीनेशन स्थल के चयन हेतु प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्देश दिया गया. कुछ जगहों से अफवाह एवं भ्रांति के कारण वैक्सीनेशन के विरोध की सूचना प्राप्त होने पर जिला पदाधिकारी ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त करने को कहा गया.

 




- जिला पदाधिकारी अमन समीर ने सभी पदाधिकारियों के साथ की बैठक
- दिए आवश्यक दिशा निर्देश कहा, सघनता से हो जांच तथा वैक्सीनेशन


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए कोविड टेस्टिंग एवं कोविड वैक्सीनेशन के अद्यतन स्थिति की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई. बैठक के क्रम में सभागार में उप विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर, सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ, जिला परिवहन पदाधिकारी मनोज रजक, सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार, एवं प्रखण्डों के वरीय प्रभारी पदाधिकागण तथा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जिला के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी बक्सर/डुमराँव उपस्थित थे. जिला पदाधिकारी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में कोरोना संक्रमण का प्रभाव तेजी से कम हो रहा है. परन्तु राज्य के बाहर से आने वाले लोगों में कोरोना संक्रमण जाँच के दौरान पाया जा रहा है. इस वजह से सिविल सर्जन को रेलवे स्टेशन पर कोरोना टेस्टिंग सघन रूप से करवाने का निर्देश दिया गया. 




साथ ही पंचायतों में भी जांच करने हेतु प्रशासनिक सजगता एवं सहयोग के लिए अनुमण्डल पदाधिकारी एवं प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को व्यापक दिशा-निर्देश दिया गया. पंचायत स्तर पर 45 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग वालों का वैक्सीनेशन तेज गति से करने हेतु पंचायत स्तर पर जीविका की दीदियों एवं आँगनबाड़ी सेविकाओं को सक्रिय करने का निर्देश दिया गया.
 
वैक्सीनेशन स्थल के चयन हेतु प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करने का निर्देश दिया गया. कुछ जगहों से अफवाह एवं भ्रांति के कारण वैक्सीनेशन के विरोध की सूचना प्राप्त होने पर जिला पदाधिकारी ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों का सहयोग प्राप्त करने को कहा गया. साथ ही सकारात्मक प्रचार-प्रसार हेतु स्थानीय लोकप्रिय वैसे व्यक्ति का छायाचित्र का प्रयोग कर फ्लैक्स प्रिंट कर प्रचारित करने को कहा गया, जिन्होंने वैक्सीन ले लिया है ताकि, स्थानीय लोगों का हौसला अफजाई हो सके. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को कम से कम पाँच दिनों का अग्रिम वैक्सीनेशन कार्यक्रम स्थानीय पदाधिकारियों के सहयोग से तैयार करने को कहा गया. पंचायतों में माइकिंग के जरिए वैक्सीनेशन स्थल एवं वैक्सीन से होने वाले फायदों की जानकारी भी देने को कहा गया.






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