भौतिक दोहन के कारण ब्रह्मा के कमंडल में लौटने को मजबूर हो जाएगी गंगा: रामाशंकर तिवारी

उन्होंने नगर के नालों के गंगा में गिरने पर चिंता व्यक्त की साथ ही जनमानस से अपील करते हुए कहा कि, वह वैदिक नीतियों के अनुरूप पतित पावनी की गरिमा बनाए रखने को जमीनी अंदाज दें. 





- गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान की हुई बैठक
- गंगा के संपूर्ण सफर को "नो प्रोजेक्ट ज़ोन" घोषित करने की मांग

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नदी सभ्यता के मिटते इतिहास के प्रति यदि भारतीय जनमानस सचेत नहीं हुआ तो गंगा का पौराणिक महत्व सद्ग्रन्थों में सिर्फ पढ़ने और सुनने को मिलेगा. धरा धाम पर भौतिक दोहन के कारण गंगा ब्रह्मा के कमंडल में फिर से लौटने को मजबूर हो जाएगी. जरूरत है गंगा के संपूर्ण सफर क्षेत्र को 'नो प्रोजेक्ट जोन' घोषित किया जाए तथा बांधों के कारण गंगा के कम हो रहे प्रवाह को सामान्य बनाने के लिए विधि-व्यवस्था का निर्माण किया जाए. उक्त बातें गंगा मुक्ति एवं प्रदूषण विरोधी अभियान के राष्ट्रीय प्रभारी रामाशंकर तिवारी ने रविवार को शहर के शिवाला गंगा घाट पर गंगा भक्तों के साथ स्वच्छता अभियान चलाने के बाद कही.

उन्होंने नगर के नालों के गंगा में गिरने पर चिंता व्यक्त की साथ ही जनमानस से अपील करते हुए कहा कि, वह वैदिक नीतियों के अनुरूप पतित पावनी की गरिमा बनाए रखने को जमीनी अंदाज दें. इस अवसर पर अमन यादव, विकास प्रजापति, बहादुर कुमार, अभिनव प्रजापति तथा विनीत यादव समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.











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