वीडियो: हरिओम ने फिर बचाई एक दर्जन सांपों तथा विलुप्त हो रहे जानवर की जान ..

उन्होंने बताया कि मंगलवार से बुधवार के बीच में उन्हें विभिन्न स्थानों से कई लोगों ने फोन कर बताया कि, उनके घरों के आसपास सांप देखे गए हैं. सूचना पर वह सभी जगहों पर गए जहां से उन्होंने कई जहरीले सांपों को बचाया. इसी बीच बुधवार की सुबह फिर फोन आने पर वह सियार को बचाने चले गए. उसे उसे भी किसी तरह गहरे गड्ढे से निकाला गया और फिर छोड़ दिया गया, जिसके बाद वह जंगलों की तरफ भाग निकला.

 




- जिले के अलग-अलग स्थानों से आए थे फोन कॉल, कई जहरीले सांपों की बचाई गई जान
- सिमरी प्रखंड के दुल्लहपुर में गड्ढे में गिरा था सियार, काफी मशक्कत के बाद आया बाहर


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: स्नेक सेवर हरिओम चौबे ने एक बार फिर कई सांपों की जान बचाने के साथ-साथ एक विलुप्त प्राय जानवर सियार की भी जान बचाई. उन्होंने बताया कि मंगलवार से बुधवार के बीच में उन्हें विभिन्न स्थानों से कई लोगों ने फोन कर बताया कि, उनके घरों के आसपास सांप देखे गए हैं. सूचना पर वह सभी जगहों पर गए जहां से उन्होंने कई जहरीले सांपों को बचाया. इसी बीच बुधवार की सुबह फिर फोन आने पर वह सियार को बचाने चले गए. उसे उसे भी किसी तरह गहरे गड्ढे से निकाला गया और फिर छोड़ दिया गया, जिसके बाद वह जंगलों की तरफ भाग निकला.






हरिओम ने बताया कि उन्होंने पिछले 2 दिनों के अंदर 5 कोबरा 3 करैत 4 धामिन साँप को बचाया. उन्होंने बताया कि सिमरी प्रखंड के दुल्लहपुर गांव के मुर्गी फार्म के समीप एक सूखे बोरिंग के गड्ढे में एक सियार गिर गया था. इस बात की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने किसी तरह उसे वहां से बाहर निकाला. निकलने के साथ ही वह जंगल नुमा इलाके की तरफ भाग निकला. हरिओम ने बताया कि सियार अथवा नीलगाय लगभग विलुप्त हो रहे हैं. कारण यह है कि कुछ लोग इन्हें मारकर खा जाते हैं. ऐसे में इन वन्यजीवों को बचाना भी बेहद आवश्यक है.









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