बक्सर में युवाओं ने बनाया है चलता फिरता ब्लड बैंक ..

इनमें सात से ज्यादा ऐसे युवा डोनर हैं, जो अबतक 40 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं. क्लब में व्यावसायी से लेकर छात्र और बैंक अधिकारी तक जुड़े हुए हैं. इनका अपना व्हाट्सएप ग्रुप है जो सभी बड़े अस्पतालों और रेडक्रॉस के रक्त-अधिकोष में सार्वजनिक किया गया है.

 




- 54 बार रक्तदान कर चुके युवा की प्रेरणा से बना युवा का समूह
- हर समय लोगों को खून की उपलब्धता कराते हैं सुनिश्चित 

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: चाहे संक्रमण काल हो या फिर कोई अन्य अवसर बक्सर में रक्तदान के लिए प्रतिबद्ध युवाओं की एक ऐसी टोली है जो सदैव जरूरतमंदों के लिए रक्त उपलब्ध कराती रहती है. केवल एक फोन कॉल पर इस ग्रुप के सदस्य रक्त का महादान करने के लिए तैयार हो जाते हैं. ब्लड डोनर्स क्लब के नाम से चलने वाले इस ग्रुप में फिलहाल 17 डोनर जुड़े हुए हैं. इनमें सात से ज्यादा ऐसे युवा डोनर हैं, जो अबतक 40 से अधिक बार रक्तदान कर चुके हैं. क्लब में व्यावसायी से लेकर छात्र और बैंक अधिकारी तक जुड़े हुए हैं. इनका अपना व्हाट्सएप ग्रुप है जो सभी बड़े अस्पतालों और रेडक्रॉस के रक्त-अधिकोष में सार्वजनिक किया गया है. दिन हो या रात, जब भी कोई कॉल आ गया ये युवा रक्तदान के लिए तैयार रहते हैं.



ब्लड डोनर्स क्लब की शुरुआत करने वाले प्रियेष खुद यूनियन बैंक का सीएसपी चलाते हैं. वह खुद 54 बार रक्तदान कर चुके हैं. खुद अभी अविवाहित हैं और बक्सर में रक्त अधिकोष की व्यवस्था में सुधार के लिए प्रधानमंत्री तक को पत्र लिख चुके हैं. कहते हैं कि कई बार रक्त संग्रह के लिए बैग की व्यवस्था भी खुद करनी पड़ती है. 

ऐसे मिली प्रेरणा:

प्रियेष बताते हैं कि 2011 से वे रक्तदान कर रहे हैं. तब, पहली बार वे पंजाब नेशनल बैंक के स्थापना दिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर में वे गए थे. उस शिविर में आए बहुत लोग, लेकिन रक्तदान केवल तत्कालीन अग्रणी बैंक प्रबंधक एसएन भांजा और तत्कालीन एडीएम अजय कुमार ने किया. उस वक्त संख्या कम देख उन्होंने भी रक्तदान किया लेकिन, इसे देख उन्हें यह अहसास हुआ कि रक्तदान के प्रति अभी कितनी कम जागरूकता है. तभी से उन्होंने रक्तदान का निर्णय लिया और दोस्तों के साथ मिलकर ब्लड डोनर्स क्लब बनाया. इस क्लब में राजा चौधरी, रवि शर्मा, अखिलेंद्र चौबे, भोला तुरहा, अखिलेश राय, निलभ, गौरव श्रीवास्तव, संतोष, सिद्धार्थ, कमलेश कुमार, राजीव कुमार, दीपक, विनय, आकाश, प्रवीण रंजन और रौशन राज जुड़े हुए हैं.

कहते हैं रेडक्रॉस सचिव:

कोरोना संक्रमण के चरम पर रहने के दौरान जब रक्त अधिकोष में रक्त की कमी हुई, तब ब्लड डोनर्स क्लब शहर के लोगों के लिए सहारा बनकर उभरा. यह ग्रुप कई लोगों की जान बचा चुका है.

श्रवण कुमार तिवारी, 
सचिव, रेडक्रॉस, बक्सर








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