आनन-फानन में उसे प्रताप सागर के मैथोडिस्ट अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज किए जाने की तैयारी हो ही रही थी कि इसी बीच उसने पेट में दर्द की शिकायत की जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया वहां से ऑटो में उसे बैठाकर सदर अस्पताल ले जाया गया जा रहा था लेकिन, बक्सर पहुंचने से पूर्व ही चांदनी ने दम तोड़ दिया.
घायल बच्ची चांदनी को अस्पताल ले जाते लोग |
- राष्ट्रीय राजमार्ग 84 पर दलसागर के समीप हुई घटना
- इलाज के लिए ले जाने के क्रम में 14 वर्षीय बच्ची ने तोड़ा दम
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: मुंडन संस्कार में शामिल होने के लिए सिमरी प्रखंड के गायघाट, आशा पड़री के लोगों को लेकर जिला मुख्यालय जा रही एक ऑटो में पिकअप से आमने-सामने जोरदार टक्कर हो जाने से एक 14 वर्षीय किशोरी की दर्दनाक मौत हो गई है वहीं, इस घटना में पांच अन्य घायल हो गए हैं. घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है वहीं, मृत बच्ची का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए मृत किशोरी के चाचा गुड्डू चौधरी ने बताया कि, उनकी भांजी रोली कुमारी, पिता- टुनटुन चौधरी, निवासी शेरपुर(यूपी) का शुक्रवार को मुंडन संस्कार होना था, जिसके लिए उनके भाई अमित चौधरी के तीन बच्चे सूरज (7 वर्ष), प्रिया कुमारी (8 वर्ष), एवं (चांदनी कुमारी 14 वर्ष) समेत घर तथा आस-पास के लोग ऑटो में सवार होकर जिला मुख्यालय जा रहे थे. इसी बीच दलसागर के समीप एनएच-84 पर सामने से आ रही एक पिकअप ने ऑटो में जोरदार टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में चांदनी कुमारी (14 वर्ष), प्रिया कुमारी (8 वर्ष) पिता - अमित चौधरी सीमा कुमारी (12 वर्ष) पिता- मोतीलाल चौधरी, सावित्री देवी(40 वर्ष), पति भीम चौधरी, किरण देवी (35 वर्ष) पति- गुड्डू चौधरी घायल हो गए.
घायलों में चांदनी कुमारी के पैर में चोट लगी थी जिससे काफी रक्तस्राव हो रहा था. आनन-फानन में उसे प्रताप सागर के मैथोडिस्ट अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज किए जाने की तैयारी हो ही रही थी कि इसी बीच उसने पेट में दर्द की शिकायत की जिसके बाद चिकित्सकों ने उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया वहां से ऑटो में उसे बैठाकर सदर अस्पताल ले जाया गया जा रहा था लेकिन, बक्सर पहुंचने से पूर्व ही चांदनी ने दम तोड़ दिया.
ससमय मिलती एम्बुलेंस तो बच सकती थी जान:
गुड्डू चौधरी बताते हैं कि यदि उन्हें ससमय ऑक्सीजन के साथ एंबुलेंस मिल गई होती तो शायद चांदनी की जान बचाई जा सकती थी. बाद में शव को पोस्टमार्टम कराया गया. उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद खुशियों भरा माहौल गमगीन हो गया तथा मुंडन संस्कार रोककर सभी घायलों की सेवा-सुश्रुषा में जुट गए.
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