बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे नर्सिंग होम होंगे बंद, डीएम ने सिविल सर्जन से मांगी रिपोर्ट ..

कहा कि किसी भी सेवा कर्मी की मृत्यु यदि सेवाकाल में ही हो जाए तो उनके आश्रित परिवार में से सक्षम परिजनों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देना प्राथमिकता की सूची में रखा गया है. साथ ही कार्यालय में वर्षों से लंबित पर विभिन्न सेवाओं के कर्मियों के लगभग 45 परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी देने की बात बताते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि, किसी भी चिकित्सा कर्मी की सेवा के दौरान मृत्यु होने पर उसके आश्रित को नौकरी देने की प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ की जाए.





- टीका नहीं लेने पर कार्यालयों में प्रवेश होगा निषिद्ध 
- स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में जिला पदाधिकारी ने दिए कई निर्देश
- अनुकंपा पर नौकरी देने के मामलों में भी तेजी लाने की कही बात

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: बिना निबंधन के नर्सिंग होम का संचालन करने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिला पदाधिकारी अमन समीर ने मातहतों के साथ स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान बिना रजिस्ट्रेशन नर्सिंग होम संचालकों पर कठोर कानूनी कार्रवाई किए जाने के संकेत देते हुए सिविल सर्जन से रिपोर्ट की मांग की है. उन्होंने कहा कि अनाधिकृत डायग्नोस्टिक सेंटर एवं पैथोलैब भी नहीं संचालित किए जाएंगे तथा उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई होगी. 

इसके पूर्व जिला पदाधिकारी के सभी पंचायतों में कोरोना वैक्सीन लेने वालों की संख्या के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए यह कहा कि, वैसे पंचायत जहां 45 से ज्यादा आयु वर्ग के कम लोगों ने वैक्सीन ली है वहां विशेष कैंप का आयोजन कर लोगों का टीकाकरण किया जाए. डीएम ने बताया कि 20 जुलाई 2021 तक नगर परिषद बक्सर तथा डुमराँव क्षेत्र में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए कार्य योजना बनाई जाए. इसके अतिरिक्त कार्यालयों में बिना टीका लिए लोगों के प्रवेश को निषिद्ध करने का आदेश भी दिया गया.

डीएम ने कहा कि, दुकानदारों को सब्जी, फल, दूध विक्रेताओं के साथ साथ टेंपो तथा रिक्शा चालक एवं अन्य तरह के सार्वजनिक वाहनों को चलाने वाले चालकों को प्राथमिकता के आधार पर टीका लगवाया जाए. मौके पर प्रखंडों के वरीय पदाधिकारियों को भी अपने अपने प्रखंडों में वैक्सीनेशन अभियान का मार्गदर्शन करते रहने तथा जिन पंचायतों में कम लोगों ने टीका लिया है वहां विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. 



डीएम ने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ओपीडी में चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए साथ ही साथ सेवानिवृत्त होने वाले चिकित्सा कर्मियों का सेवांत लाभ ससमय दिया जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी सेवा कर्मी की मृत्यु यदि सेवाकाल में ही हो जाए तो उनके आश्रित परिवार में से सक्षम परिजनों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देना प्राथमिकता की सूची में रखा गया है. साथ ही कार्यालय में वर्षों से लंबित पर विभिन्न सेवाओं के कर्मियों के लगभग 45 परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी देने की बात बताते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि, किसी भी चिकित्सा कर्मी की सेवा के दौरान मृत्यु होने पर उसके आश्रित को नौकरी देने की प्रक्रिया तत्काल प्रारंभ की जाए.
 

बैठक में उप विकास आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर, सदर अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय डुमरांव, अनुमंडल पदाधिकारी हरेंद्र राम, सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ, प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी के साथ साथ सूचना सह जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं चिकित्सा विभाग के कर्मी मौजूद रहे.










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