तबीयत खराब होने के बाद भी वह काम करते रहें और देर रात घर गए. उस दिन के बाद उनकी तबीयत और भी खराब होती चली गई. नाम ना छापने की शर्त पर सहकर्मियों ने बताया कि विभागीय अधिकारी अन्य कर्मियों से क्षमता से ज्यादा कार्य कराते हैं और तो और काम करने को लेकर उन पर कई तरह के अनावश्यक दबाव ही बनाए जाते हैं.
- इलाज के दौरान वाराणसी में हुई मौत
- तबीयत खराब होने के बावजूद करते रहे काम तो ज्यादा बिगड़ी हालत
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: समाहरणालय स्थित जिला आपदा शाखा में कार्यरत लिपिक विनोद राम की तबीयत खराब हो जाने के कारण वाराणसी में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई. बताया जा रहा है कि पिछले तीन-चार दिनों से उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो रही थी लेकिन, बाढ़ आदि के चलते आपदा शाखा में बढ़ गए वर्क लोड के कारण अपना सही तरीके से इलाज नहीं करा सके और जब ज्यादा तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया तब चिकित्सकों के द्वारा उन्हें बचाया नहीं जा सका.
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