वीडियो: इटाढ़ी में सैकड़ों बीघे की फसल डूबी, सिमरी में बांध पर मंडराया खतरा ..

ग्रामीण बताते हैं कि सैकड़ों बीघे की फसल बाढ़ के कारण जलमग्न हो गई है, जो कि अब खराब हो जाएगी. इससे न सिर्फ आर्थिक क्षति होगी बल्कि जीवन यापन में भी परेशानी होने लगेगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में भी बाढ़ आई थी. बाढ़ खत्म होने के बाद किसी प्रकार की प्रशासनिक अथवा जनप्रतिनिधियों की तरफ से भी कोई मदद उन्हें नहीं मिली. 

 





- ग्रामीणों ने कहा, पिछली बार में भी नहीं मिली थी किसी प्रकार की आर्थिक मदद, इस बार भी हालत खस्ता
- केशवपुर हनुमान घाट का मंदिर व यज्ञशाला डूबा, नौका के सहारे पूजा करने के लिए जा रहे हैं पुजारी 

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के बाद सहायक नदियों में उफान है. ठोरा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण सीमावर्ती गई गांव में खेतों में खड़ी फसल डूब गई है. इटाढ़ी प्रखंड के ख़ातिबा के ग्रामीण बताते हैं कि सैकड़ों बीघे की फसल बाढ़ के कारण जलमग्न हो गई है, जो कि अब खराब हो जाएगी. इससे न सिर्फ आर्थिक क्षति होगी बल्कि जीवन यापन में भी परेशानी होने लगेगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व में भी बाढ़ आई थी. बाढ़ खत्म होने के बाद किसी प्रकार की प्रशासनिक अथवा जनप्रतिनिधियों की तरफ से भी कोई मदद उन्हें नहीं मिली. ऐसे में अब की बार भी बाढ़ के कारण उनकी चिंता बढ़ गई है. 


सिमरी प्रखंड के केशवपुर दियारा इलाके में गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण हनुमान घाट पर स्थित हनुमान मंदिर तथा यज्ञशाला का आधा हिस्सा गंगा में समा गया है. मंदिर के पुजारी शिवजी पांडेय ने बताया कि शुक्रवार को जहां वह तैरते हुए मंदिर में पूजा करने के लिए गए थे वहीं, शनिवार को नाव के सहारे मंदिर में जा कर पूजा-पाठ कर रहे हैं. स्थानीय निवासी अवधेश राय ने बताया कि जिस रफ्तार से गंगा का पानी बढ़ रहा है उससे बांध पर भी खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने बताया कि बालू की जो बोरियां रखी हुई थी वह कब की बह गई है. ऐसे में लोगों की चिंता बढ़ गई है तथा वह सुरक्षित स्थानों की तरह प्रस्थान कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ से खेती-बाड़ी भी चौपट हो चुकी है.










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