वीडियो: देर रात तक होता रहा हेलीकॉप्टर बनाने का कार्य, सुबह भरेगा उड़ान ..

शुक्रवार को एक बार फिर चेतक हैलीकॉप्टर में सवार होकर बेंगलुरु से आए वायु सेना के तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा चिनूक में आई तकनीकी खराबी को दुरुस्त किए जाने का प्रयास किया गया वहीं, मौके पर स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से हेलीपैड का निर्माण भी कराया गया.





- चिनूक को बनाने के लिए बेंगलुरु से पहुंचे तकनीकी विशेषज्ञ
- मानिकपुर उच्च विद्यालय के प्रांगण में बनाया गया हेलीपैड

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बुधवार को आपातकालीन परिस्थितियों में लैंड कराया गया. वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर शुक्रवार को भी उड़ान नहीं भर सका. शुक्रवार को एक बार फिर चेतक हैलीकॉप्टर में सवार होकर बेंगलुरु से आए वायु सेना के तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा चिनूक में आई तकनीकी खराबी को दुरुस्त किए जाने का प्रयास किया गया वहीं, मौके पर स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से हेलीपैड का निर्माण भी कराया गया. विश्वस्त सूत्रों की माने तो विमान में आई तकनीकी खराबी अब ठीक हो चुकी है और हेलीकॉप्टर शनिवार की सुबह गांव से उड़ान भर अपने गंतव्य तक जा सकेगा. 

दूसरी तरफ विमान को देखने के लिए न सिर्फ जिले के विभिन्न भागों से बल्कि उत्तर प्रदेश से भी लोग शुक्रवार को मानिकपुर गांव पहुंचे. जिससे गांव में मेले जैसा नजारा देखने को मिल रहा था. छोला, चाट, पकौड़ी तथा जलेबी की दुकानें सजी हुई थी. लग्जरी कारों के साथ-साथ बाइक से भी दूर दराज से लोग पहुंचे थे. पीपी रोड के निवासी सुनील कुमार चौरसिया ने बताया कि उनके घर के बच्चे यह जिद कर रहे थे कि वह वायु सेना के हैलीकॉप्टर तथा सैनिकों को नजदीक से देखना चाहते हैं. ऐसे में बच्चों की ज़िद पर उन्हें लेकर वह हेलीकॉप्टर दिखाने गए थे.





ग्रामीणों में दिखा देश प्रेम का अनोखा जज्बा, कीचड़ में फंसे चिनूक को निकालने को लगाया दम:  

अपने देश के लोगों में देश प्रेम का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है. जब भी देश के स्वाभिमान की बात सामने आती है सभी लोग जाति-धर्म तथा सांप्रदायिक लड़ाइयां को भूल कर एक साथ देश के लिए कुर्बान होने को तैयार रहते हैं. बुधवार को जब से वायु सेना के हैलीकॉपर की लैंडिंग हुई है तब से लेकर अब तक ग्रामीणों के द्वारा वायु सैनिकों की हर सेवा के लिए तत्परता दिखाई जा रही है. इसी बीच शुक्रवार को जब ट्रैक्टर में बांधकर हेलीकॉप्टर को खींचने की कोशिश हो रही थी उस वक्त कुछ ग्रामीण अपने हाथ से रस्सी पकड़ हेलीकॉप्टर को कीचड़ से निकालने की कोशिश करते नजर आएं. देश प्रेम का यह अनोखा जज्बा देख वायु सैनिक भी अभिभूत हो गए.


सैनिकों को खूब आ रही ताड़का दाल और रोटी:

वायु सैनिकों को मानिकपुर के उच्च विद्यालय में ही ठहराया गया है हालांकि, भोजन आदि की व्यवस्था ग्रामीण स्तर पर की जा रही है. ग्रामीण युवक-युवतियों के द्वारा सैनिकों की पसंद-नापसंद का भी खासा ख्याल रखा जा रहा है. वायु सैनिकों के लिए तरह-तरह के भोजन बनाए जा रहे हैं लेकिन, सैनिकों को चने की दाल का तड़का और रोटी खूब भा रही है.


हेलीपैड बनाने के लिए ग्रामीण युवकों ने किया श्रमदान:

वर्ष 2019 में वायु सेना में शामिल किया गया अमेरिका निर्मित चिनूक विमान बड़े भार क्षमता का हैलीकॉप्टर है. यह हेलिकॉप्टर काफी वजनी भी है. लैंडिंग के बाद हेलीकॉप्टर के पहिए जमीन में धंस गए हैं. ऐसे में पहले उन्हें गड्ढे से बाहर निकालना होगा, जिसके बाद हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेगा क्योंकि, यदि उड़ान भरने की कोशिश की गई तो पहिए जमीन में और भी धंस जाएंगे. ऐसे में उच्च विद्यालय प्रांगण में ही एक हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए शुक्रवार को घास आदि काटने का कार्य हुआ तत्पश्चात हेलीपैड बनाने के लिए इत्यादि बिछाया जाने लगा. इस कार्य में ग्रामीण युवकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

वीर सैनिकों के साथ तस्वीर खिंचाने की दिखी होड़:

देश के वीर सैनिकों के साथ तस्वीर खिंचाने के लिए स्थानीय स्थानीय ग्रामीणों में होड़ मची रही खासकर युवा वर्ग अपने देश के जवानों के साथ बिताए पलों की यादें संजो कर रखना चाहता था. सैनिकों को भोजन देने के लिए पहुंचे युवक युवतियों ने भी उनके साथ तस्वीर खिंचवाई. युवाओं ने कहा कि जवान उनकी प्रेरणा हैं. ऐसे में उनके साथ तस्वीर खिंचवाना बहुत ही सम्मान की बात है.


वीडियो: 







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