वीडियो : सार्जेंट मेजर के दुर्व्यवहार पर खटखटाया न्यायालय का दरवाजा ..

इतना ही नहीं हाथ में लिए डंडे से उन्हें मारने का प्रयास किया जबकि पीड़ित के द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा था कि भूलवश उनका गमछा चेहरे से उतर गया और यदि उन्होंने किसी कानून का उल्लंघन किया है तो उनसे जुर्माना वसूल लिया जाए ना कि उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जाए. बावजूद इसके सार्जेंट मेजर नहीं माने और दुर्व्यवहार जारी रखा.

 






- भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के साथ किया गया था दुर्व्यवहार
- मामले में थाने और पुलिस का चक्कर लगाने के बावजूद नहीं मिला न्याय

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार राम के द्वारा अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया गया है. उन्होंने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम सह अनुसूचित जाति-जनजाति न्यायालय के विशेष न्यायाधीश के समक्ष दिए गए परिवाद पत्र में बताया है कि पुलिस अवर निरीक्षक सह पुलिस लाइन के सार्जेंट मेजर सुभाष चंद्र प्रसाद के द्वारा 22 मई 2021 की शाम में घर से निकलकर दवा लेने के लिए जाने के दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया था. इस दौरान उन्होंने गमछा ले रखा था लेकिन गमछा मुंह में नहीं लपेटा था. ऐसे में उन्होंने संक्रमण का हवाला देते हुए पहले तो उनके साथ अभद्रता की बाद में उन्हें सरेआम जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए एवं गाली-गलौज देते हुए सड़क पर उठक-बैठक करानी शुरू कर दी. इतना ही नहीं हाथ में लिए डंडे से उन्हें मारने का प्रयास किया जबकि पीड़ित के द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा था कि भूलवश उनका गमछा चेहरे से उतर गया और यदि उन्होंने किसी कानून का उल्लंघन किया है तो उनसे जुर्माना वसूल लिया जाए ना कि उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जाए. बावजूद इसके सार्जेंट मेजर नहीं माने और दुर्व्यवहार जारी रखा.




बाद में इस मामले को लेकर अनिल कुमार राम ने मामले को लेकर थाने में आवेदन दिया तथा बिहार के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को ईमेल भेजकर इस घटना से अवगत कराया बावजूद इसके इस विषय पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. मामले में उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों की मिलीभगत की आशंका भी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है न्यायालय के द्वारा उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा.

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