अलग-अलग रंगों के बन रहे वोटिंग कंपार्टमेंट बायोमेट्रिक तकनीक से रोकी जाएगी बोगस वोटिंग ..

आयोग का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में होने वाले मतदान में पर्दे में रहने वाली महिलाओं की पहचान बेहद कठिन होती है. ऐसे में फर्जी मतदान की आशंका बढ़ जाती है. इसके अलावा कई बार कुछ दबंग प्रत्याशी अपने मतदाताओं को उकसा कर उनसे एक बार की जगह कई बार मतदान करा देते हैं. उनके भय की वजह से ऐसे मामलों पर रोक लगाने में दिक्कत होती है. ऐसे ही मामलों को रोकने के लिए पहली बार मतदान केंद्रों पर बायोमीट्रिक उपयोग में लाने की योजना पर काम किया जा रहा है. 


 






- राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार किया जा रहा कार्य
- जिले में युद्ध स्तर पर चुनाव की तैयारी कर रहा विभाग

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: पंचायत चुनाव को लेकर जिले में युद्ध स्तर पर तैयारियां जारी हैं. राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा अबकी बार पंचायत चुनाव में कई तरह के नए प्रयोग किए जा रहे हैं जिनके तहत अलग-अलग पदों के मतदाता काउंटर पर अलग-अलग रंगों के वोटिंग कंपार्टमेंट बनेंगे जिससे कि आम ग्रामीण मतदाताओं को वोटिंग करने में सहूलियत हो तथा उन्हें यह आसानी से मालूम चल जाए कि किस पद के लिए किस कंपार्टमेंट में जाकर वोटिंग करनी है. इसके अतिरिक्त आमतौर पर बोगस वोटिंग की मिलने वाली शिकायतों को कम करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग इस बार बायोमीट्रिक मशीन के इस्तेमाल की घोषणा की है. बायोमेट्रिक राज्य के मशीन सभी 1.12 लाख मतदान केंद्रों पर लगाई जाएगी, जहां एक तकनीकी कर्मी मतदाताओं के फिंगरप्रिंट लेकर उसे बायोमेट्रिक डाटाबेस में सुरक्षित रखेंगे. 




आयोग का मानना है कि ग्रामीण इलाकों में होने वाले मतदान में पर्दे में रहने वाली महिलाओं की पहचान बेहद कठिन होती है. ऐसे में फर्जी मतदान की आशंका बढ़ जाती है. इसके अलावा कई बार कुछ दबंग प्रत्याशी अपने मतदाताओं को उकसा कर उनसे एक बार की जगह कई बार मतदान करा देते हैं. उनके भय की वजह से ऐसे मामलों पर रोक लगाने में दिक्कत होती है. ऐसे ही मामलों को रोकने के लिए पहली बार मतदान केंद्रों पर बायोमीट्रिक उपयोग में लाने की योजना पर काम किया जा रहा है. इस बाबत राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी के द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि बायोमेट्रिक  पहचान होने की वजह से यदि किसी मतदान केंद्र पर इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है तो भी दोबारा मताधिकार का प्रयोग करने जाने वाले मतदाता की पहचान हो जाएगी.
 
चुनाव में पैसों और उपहार के लेनदेन पर नजर रखेगी टीम

पंचायत चुनाव में कमजोर मतदाताओं को प्रभावित करने वालों पर कड़ी नजर रहेगी. पैसे या उपहार से वोट को प्रभावित करने के अलावा डराने-धमकाने की कोशिश पर रोक के लिए टीम तैयार की जा रही है. टीम में मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी रहेंगे. उनके साथ वीडियोग्राफर भी रहेगा. जिले में ऐसे कई बूथों की पहचान कर ली गई है. इसके अलावा भी वनरेबल बूथों की पहचान की जा रही है. मालूम हो कि पंचायत चुनाव में भी डराने-धमकाने के मामले आते रहे हैं. सभी वोटर बूथों तक पहुंच सकें इसक भी व्यवस्था की जा रही है. टीम यह भी देखेगी कि डर से वोटर घरों में ही तो नहीं हैं.

कहते हैं अधिकारी

अलग-अलग रंगों के कंपार्टमेंट बनाए जाने से आम मतदाताओं को सहूलियत होगी. इसके अतिरिक्त कई अन्य नए प्रयोग भी चुनाव में किए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त लोग भयमुक्त वातावरण में मतदान कर सकें इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई है. असामाजिक तत्वों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है.

वीरेंद्र कुमार
जिला पंचायती राज पदाधिकारी







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