क्लोन चेक बना बदमाशों ने जविप्र दुकानदार के बैंक से उड़ाए 19 लाख रुपये ..

मामले का पता तब चला जब खाताधारक बैंक में पैसा निकालने के लिए पहुंचे उनसे बताया गया कि तकरीबन 12 दिन पूर्व ही यह निकासी हो गई है. इतना ही नहीं उनकी जानकारी के बगैर बैंक खाते में में दर्ज मोबाइल नंबर को भी बदल दिया गया है , जिससे निकासी के समय खाताधारक को इसकी सूचना तक नहीं मिल सकी.







- पटना के रॉबिंस के खाते में भेजे गए रुपये
- मामले में खाताधारक ने लगाया बैंककर्मियों की मिलीभगत का आरोप

बक्सर टॉप न्यूज़ , बक्सर : बक्सर के एक जनवितरण दुकानदार के खाता से क्लोन चेक के माध्यम से 19 लाख की अवैध निकासी का मामला सामने आया है. पैसे आरटीजीएस के माध्यम पटना के एक व्यक्ति के खाते में स्थानांतरित किए गए हैं. जिसने पूरी राशि की निकासी कर ली है. मामले का पता तब चला जब खाताधारक बैंक में पैसा निकालने के लिए पहुंचे उनसे बताया गया कि तकरीबन 12 दिन पूर्व ही यह निकासी हो गई है. इतना ही नहीं उनकी जानकारी के बगैर बैंक खाते में में दर्ज मोबाइल नंबर को भी बदल दिया गया है , जिससे निकासी के समय खाताधारक को इसकी सूचना तक नहीं मिल सकी. बैंक के संज्ञान में मामला आने के साथ ही बैंक प्रबंधन मामले की जांच में जुट गया है और ट्रांजेक्शन का ट्रेल लेन - देन निकाला जा रहा है. मामले में पीड़ित खाताधारक के द्वारा बैंक कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.



अवैध निकासी की यह घटना जासो के एक जनवितरण दुकानदार भोला पासवान के साथ हुई है. उनका बैंक खाता बक्सर के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की मुख्य शाखा में है. 25 सितंबर जब वह खाते से पैसा निकालने के लिए गए तो पता चला कि चेक के माध्यम से दो बार मे 19 लाख रुपये की निकासी की गई है.  इतना सुनते ही खाताधारक के होश उड़ गए और वे गश खाकर बैंक में ही गिर पड़े. होश में आने पर परिजनों को उन्होंने जब इस बात की सूचना दी, तब परिवार के लोग बैंक पहुंचे. उन्हें हैरानी इस बात की थी कि जिस चेक नंबर से भुगतान किया गया, वह पूरा चेक बुक उनके पास मौजूद था. बैंक से जानकारी मिली कि दो चेक से पैसे की निकासी करते हुए आरटीजीएस के माध्यम से पैसा भेजा गया है. तब खाताधारक ने सवाल उठाया कि आखिर पैसे निकासी की सूचना उनके मोबाइल पर क्यों नहीं मिली?  पता चला कि पैसे ट्रांसफर से पहले अकाउंट से उनका मोबाइल नंबर भी बदला गया है. मामले की शाखा प्रबंधक से लिखित शिकायत करने के बाद बैंक हरकत में आ गया और पूरे मामले की जांच के क्रम में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आईं. 

13 सितंबर को क्लोन चेक के माध्यम से हुई निकासी :

चीन बिहार ग्रामीण बैंक के मुख्य प्रबंधक राणा रणवीर सिंह ने बताया कि जांच के क्रम में यह स्पष्ट हो चुका है कि 13 सितंबर को ही क्लोन चेक के माध्यम से अवैध निकासी की गई है दोनों क्लोन चेक को फाइल से निकालकर सुरक्षित रखने के साथ ही विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक और नगर थाने की पुलिस को भी मेल कर घटना की सूचना दी गई है.

पटना के रॉबिन्स कुमार के खाते में भेजे गए पैसे :

मुख्य प्रबंधक ने बताया कि क्लोन चेक के माध्यम से पहले 9.95 लाख और फिर 8.75 लाख रुपए की निकासी आरटीजीएस के माध्यम से करते हुए उसे पटना के राजेंद्र नगर सेंट्रल बैंक एक खाते में ट्रांसफर किया गया फिर वहां से दोनों बार की राशि आरटीजीएस के माध्यम से यूको बैंक पटना के एक खाते में भेजा गया. यूको बैंक का खाता पटना के महेंद्रु स्थित बाजार समिति शिव शक्ति नगर निवासी रॉबिंस कुमार के नाम से है यूको बैंक के आटे से रॉबिंस कुमार नामक व्यक्ति ने सारे पैसों की निकासी कर ली. कुछ ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी किया जांच के दौरान अब रॉबिंस कुमार को ढूंढा जा रहा है.

खाताधारक ने बैंक पर लगाया मिलीभगत का आरोप :

जासो निवासी खाताधारक भोला पासवान ने बताया कि बगैर बैंक कर्मी की संलिप्तता के इतना पैसा इधर से उधर नहीं हो सकता है. 25 सितंबर को उन्होंने बैंक से शिकायत की आज तक कोई नतीजा नहीं निकला है. सबसे बड़ी बात कि बैंक खाते में दर्ज उनका मोबाइल नंबर बदलकर किसी अज्ञात व्यक्ति का नंबर डाला गया. यदि मोबाइल नंबर बदला नहीं गया होता तो उन्हें तत्काल इस बात की जानकारी मिली होती और संभव था कि उनका पैसा सुरक्षित बच जाता. उन्होंने कहा कि मामले को लेकर उन्होंने भी नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.









Post a Comment

0 Comments