रबी महा अभियान : 80 फीसद अनुदान पर किसानों को मिलेगी दलहन

उन्होंने आगामी दिनों में आत्मा द्वारा प्रकाशित होने वाले पत्रिका पर चर्चा करते हुए कहा कि इस पत्रिका में किसानों को बेहतर कृषि यंत्रों, उन्नतशील बीजों, नई तकनीकों के संबंध में जानकारी एवं कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट किसानों की सफलता की कहानी लिपिबद्ध की जाएगी एवं इस पत्रिका का प्रकाशन त्रैमासिक होगा. 






- रबी महा अभियान में वैज्ञानिक तकनीक से अवगत हुए किसान
- डीएम ने कहा, किसानों तक पहुंचे सरकारी योजनाओं की जानकारी

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिला स्तरीय रबी महाअभियान 2021 का शुभारंभ जिला पदाधिकारी अमन समीर के संयुक्त कृषि भवन में द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. प्रसार-कर्मियों को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि सभी प्रसार कर्मियों को संबंधित विभाग की योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के साथ-साथ किसानों के फीडबैक को भी लेना चाहिए ताकि बेहतर ढंग से सरकारी योजनाओं का उपयोग हो सके. उन्होंने आगामी दिनों में आत्मा द्वारा प्रकाशित होने वाले पत्रिका पर चर्चा करते हुए कहा कि इस पत्रिका में किसानों को बेहतर कृषि यंत्रों, उन्नतशील बीजों, नई तकनीकों के संबंध में जानकारी एवं कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट किसानों की सफलता की कहानी लिपिबद्ध की जाएगी एवं इस पत्रिका का प्रकाशन त्रैमासिक होगा. 


मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी सह आत्मा परियोजना निदेशक मनोज कुमार एवं इस महा अभियान के नोडल पदाधिकारी डॉ० बृजेश कुमार मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि इस महा अभियान का उद्देश्य है कि खरीफ एवं रबी की बुआई के पूर्व किसान तकनीकी ज्ञान एवं सरकार की योजनाओं से अवगत हो जाएं. इस दौरान किसानों को उनके लिए सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई, साथ ही साथ गेहूं, चना, मसूर की खेती की वैज्ञानिक तकनीक एवं नवीन योजनाओं से अवगत कराया गया.

80 फीसद अनुदान पर मिलेगा दलहन मिनी किट :

किसानों को यह बताया गया कि दलहनी फसलों की उपज बढ़ाने के लिए सरकार गंभीर है और इसके लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं. इसी के तहत 80 फीसद अनुदान पर दलहन मिनी किट दिए जाने की योजना है. किसान कृषि सलाहकार तथा विभागीय पदाधिकारियों से बातचीत कर इस योजना की जानकारी ले सकते हैं.

धान की फसल के रोग कारण एवं बचाव के भी दी जा रही जानकारी :

पदाधिकारी ने बताया कि धान की फसल में रोग लगने की बात सामने आ रही है, ऐसा काफी समय तक खेतों में पानी लगने एवं अन्य कारणों से भी हो सकता है. इसको लेकर सहायक निदेशक पौधा संरक्षण के द्वारा विभिन्न प्रखंडों और पंचायतों में घूम-घूम कर किसानों को यह बताया जा रहा है कि इस बीमारी का कारण एवं बचाव क्या है? इसके अतिरिक्त राज्य स्तर से नियमित रूप से बुलेटिन जारी कर किसानों को यह बताया जा रहा है कि वह कैसे धान की फसल को इस रोग से बचाएंगे. साथ ही साथ जिला स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर किसान सलाहकार तथा अन्य पदाधिकारी किसानों को नियमित रूप से पौधा संरक्षण के उपाय बताते रहते हैं. मौके पर वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमराँव के कृषि विशेषज्ञ डॉ० उदय कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण गिरिराज कुमार, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण प्रियंका कुमारी उपस्थित थे.











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