अपने हक के लिए फुटपाथी दुकानदारों ने पूरे नगर में बनाई मानव श्रृंखला ..

कार्यक्रम के दौरान फुटपाथी दुकानदार आधे घंटे तक बैज-बिल्ला लगाकर हाथ से हाथ जोड़े मानव श्रृंखला में खड़े रहे तथा प्रशासन विरोधी नारेबाजी की. मानव श्रृंखला के दौरान दुकानदारों किसी भी ग्राहक को कोई सामान भी नहीं बेचा.

 





- बेवजह लाठीचार्ज एवं वेंडिंग जोन नहीं दिए जाने पर है विरोध
- कांग्रेस व्यवसायिक प्रकोष्ठ ने भी किया था समर्थन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शहर स्तरीय फुटपाथ दुकानदार संघ के तत्वावधान में जिला मुख्यालय में मंगलवार को दिन में 11 बजे से 11: 30 बजे तक नगर के तकरीबन 2 हज़ार फुटपाथी दुकानदारों द्वारा वेंडिंग जोन के निर्माण, उसमें पारदर्शी आवंटन तथा फुटपाथी दुकानदारों पर बेवजह लाठी चार्ज एवं ग़ैरकानूनी नोटिस के खिलाफ नगर में मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया. इसमें फुटपाथी दुकानदार स्टेशन रोड मार्किट समिति में संघ के राजेंद्र प्रसाद, किला मैदान मार्किट समिति में श्याम बाबू, रामरेखा घाट मार्किट समिति में गीता देवी, समाहरणालय रोड मार्किट समिति में संजय कुमार ठाकुर, गोला बाजार मार्किट समिति में मो० मुमताज तथा सत्यदेव गंज मार्किट समिति में मो० असलम के नेतृत्व में मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया. वहीं पूरे नगर में अध्यक्ष अनिल कुमार और सचिव कुर्बान अली द्वारा समन्वय किया गया. कार्यक्रम के दौरान फुटपाथी दुकानदार आधे घंटे तक बैज-बिल्ला लगाकर हाथ से हाथ जोड़े मानव श्रृंखला में खड़े रहे तथा प्रशासन विरोधी नारेबाजी की. मानव श्रृंखला के दौरान दुकानदारों किसी भी ग्राहक को कोई सामान भी नहीं बेचा.


जिलाध्यक्ष ने बताया कि संघ ने यह कार्यक्रम आयोजित कर नगर परिषद प्रशासन को यह बताने का काम किया है कि दुकानदार अब एक हो चुके हैं तथा उनकी हकमारी वो अब बर्दाश्त नहीं करेंगे. स्पष्ट रूप से मांग पत्र समर्पित कर यह कहा गया कि फुटपथियों पर प्रशासन पहले तो लाठी चलाना बंद करे उसके बाद फुटपाथी दुकानदार आजीविका संरक्षण एवं विनियमन अधिनियम 2014 को अक्षरशः लागू करे, सभी फुटपथियों को जब तक नाम से वेंडिंग जोन में जगह ना दे दी जाए तब तक उन्हें भूल से भी उनके वर्तमान वेंडिंग स्थल से बेदखल ना किया जाए. दुकानदारों पर किसी भी कार्रवाई से पहले टाउन वेंडिंग कमिटी से सहमति जरूर ली जाए.


जिला कांग्रेस कमिटी व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राम नारायण ने कहा कि दुकानदारों की मांग विधिसम्मत और बिल्कुल जायज है, संविधान ने सभी को सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करने और व्यापार व्यवसाय करने की गारंटी दी है लेकिन, सामंती मानसिकता के अफसर अगर अब भी नहीं चेते तो उन्हें सबक सिखाने का काम भी जनता जानती है. जनप्रतिनिधियों को भी इस मामले पर संज्ञान लेकर जनता के साथ आना चाहिए.










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