सिय-पिय मिलन महोत्सव : रासलीला प्रसंग में श्रद्धालुओं ने देखी भक्ति की शक्ति, रामलीला में हुआ अहिल्या उद्धार ..

रासलीला में स्वामी फतेहकृष्ण जी वृंदावन के निर्देशन में मीराबाई जी के चरित्र का वर्णन कर यह संदेश दिया गया कि प्रभु इस कलिकाल में भी भक्तों के बुलाने पर अवश्य आएंगे बस ईश्वर की भक्ति मन से की जाए तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है.



- 52 वें सिय-मिलन महोत्सव में शामिल होने के लिए दूर दराज से पहुंचे हैं श्रद्धालु
- सुबह से शुरु होकर देर रात तक आयोजित हो रहा कार्यक्रम

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : महर्षि खाकी बाबा सरकार की पुण्य स्मृति में आयोजित सिय-पिय मिलन महोत्सव में शामिल होने के लिए दूरदराज से साधु संतों के आने का सिलसिला जारी है. शनिवार को भी देशभर से साधु संत नया बाजार आश्रम में पहुंचते रहे. इसके अतिरिक्त किस जिले भर से श्रद्धालु महोत्सव का हिस्सा बन रहे हैं. 



महोत्सव के दौरान शनिवार को प्रातः काल में श्रीरामचरितमानस का सामूहिक नवाह्न पाठ किया किया गया फिर रासलीला में स्वामी फतेहकृष्ण जी वृंदावन के निर्देशन में मीराबाई जी के चरित्र का वर्णन कर यह संदेश दिया गया कि प्रभु इस कलिकाल में भी भक्तों के बुलाने पर अवश्य आएंगे बस ईश्वर की भक्ति मन से की जाए तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है.उसके पश्चात श्री विश्वनाथ शुक्ला जी मिथिलांचलधाम  के सानिध्य में श्री सीताराम जी की झाँकी और पद गायन किया गया.

रात्रिकालीन रामलीला में सीता जी जन्म और प्रभु श्रीराम जी के द्वारा महर्षि विश्वामित्र जी के द्वारा शिक्षा प्राप्ति, ताड़का वध और और माता अहिल्या जी के उद्धार के लीला का मंचन वृंदावन धाम से पधारे श्री फतेहकृष्ण शर्मा जी निर्देशन में किया गया. सभी लीलाओं को देखने के क्रम में श्रद्धालु बीच-बीच में जय श्री राम का नारा लगाते रहे. इस दौरान नया बाजार का इलाका श्री राम के भक्ति में सराबोर हो गया है.





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