चौथी बार चौसा प्रखंड की प्रमुख बनी सुनीता राय, शशिकांत उप प्रमुख ..

अनुमंडलाधिकारी ने कर्तव्य व निष्ठा की शपथ दिलायी तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किये गए. प्रमुख के चुनाव को लेकर प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी. जहां शांतिपूर्ण प्रमुख-उप प्रमुख के चयन को लेकर मुख्य मार्ग से अनुमंडल मुख्यालय तक पुलिस बल तैनात किए गए थे. बार-बार समर्थकों को माइकिंग के जरिये शोर-शराबा नारेबाजी को मनाही की जा रही थी.





- अनुमंडल मुख्यालय पर समर्थकों के बीच बनी रही गहमा-गहमी
- पहली बार प्रमुख पद पर सुनीता राय को मिली चुनौती


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  चौसा प्रखण्ड प्रमुख के पद पर लगातार चौथी बार गुड्डू राय की पत्नी सुनीता राय प्रमुख चुनी गई. इससे पहले भी वह तीन बार इस पद पर निर्विरोध प्रमुख रही है लेकिन, इस बार प्रमुख पद के लिए उन्हें पहली बार चुनौती मिली. जबकि, उप प्रमुख के पद पर चुन्नी पंचायत के बीडीसी सदस्य शशिकांत दूबे उर्फ मोहित दूबे चुने गयी. सुनीता राय डिहरी पूर्वी से चौथी बार बीडीसी सदस्य पद पर चुनी गयी थी. प्रखंड प्रमुख के चुनाव को लेकर अनुमंडल कार्यालय के बाहर समर्थकों के बीच गहमा-गहमी बनी रही.




मंगलवार को निर्धारित समय से आधा घंटा बाद सभी बीडीसी सदस्यों का काफिला सदर अनुमंडल कार्यालय पहुंचा. जहाँ अनुमंडल पदधिकारी धीरेंद्र मिश्रा ने सभी बीडीसी सदस्यों को पद व गोपनीयता के अलावे शराबबन्दी की सफलता की शपथ दिलायी. उसके बाद प्रमुख की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी हालांकि, कुछ ऑनलाइन की समस्या  को लेकर चुनावी प्रक्रिया में देरी हुई. उसके बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन, इस बार सुनीता राय को प्रमुख पद के लिए पहली बार चुनौती मिली, इस बार प्रमुख पद पर दो दावेदार पूर्व प्रमुख सुनीता राय तथा प्रतिद्वंदी के रूप में डिहरी पश्चमी के बीडीसी गायत्री देवी द्वारा नामांकन दाखिल किया गया. मतदान कराया गया,12 बीडीसी सदस्यों में से सुनीता राय को 6 मत व विपक्ष गायत्री देवी को 4 मत मिले, दो मत क्रास वोटिंग के तहत रिजेक्ट हो गए. इस तरह सुनीता राय ज्यादा मत मिलने पर प्रमुख घोषित की गई. वहीं उप प्रमुख पद के लिए भी दो दावेदारों ने नामांकन किया, जिसमें शशिकांत दूबे उर्फ मोहित दूबे को 6 तो राजेश सिंह को 4 मत मिले दो मत क्रास होने से ज्यादा मत पाने वाले शशिकांत दूबे को उप प्रमुख घोषित किया गया. विजेता प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख को अनुमंडलाधिकारी ने कर्तव्य व निष्ठा की शपथ दिलायी तथा प्रमाण-पत्र प्रदान किये गए. प्रमुख के चुनाव को लेकर प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी. जहां शांतिपूर्ण प्रमुख-उप प्रमुख के चयन को लेकर मुख्य मार्ग से अनुमंडल मुख्यालय तक पुलिस बल तैनात किए गए थे. बार-बार समर्थकों को माइकिंग के जरिये शोर-शराबा नारेबाजी को मनाही की जा रही थी.

चौथी बार प्रमुख की जीत के बाद जश्न : 

चौथी बार प्रमुख बनने के बाद सुनीता राय जैसे ही बाहर निकली उनके समर्थको की भीड़ लग गयी. जहां उनके स्वागत में तैयार सैकड़ो की संख्या में समर्थकों ने फूलो के हार से स्वागत किया वहीं, उसके बाद अनुमंडल मुख्यालय से मॉडल थाने तक  समर्थकों के साथ जूलूस निकाला.






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