पांच घंटे बाद माने आंदोलनकारी, मगध समेत कई ट्रेनों का मार्ग बदला ..

लगातार छात्रों को समझाने बुझाने का प्रयास किया जाता रहा लेकिन, छात्र अपनी मांगों पर रहे. उनका कहना था कि रेलवे के सक्षम अधिकारी जब तक परीक्षा में हुई धांधली के कारण उनके भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को देखते हुए कोई उचित निर्णय नहीं लेते तब तक वह पटरियों से नहीं हटेंगे.





- दिन भर परेशान रहे यात्री, टिकट के पैसे वापसी की भी है चिंता
- बक्सर में शाम 4:29 बजे से शुरु हुआ ट्रेनों का परिचालन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : आरआरबी-एनटीपीसी की परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए मंगलवार को बक्सर में कई अभ्यर्थियों ने रेल चक्का जाम कर दिया. रेल चक्का जाम की जाने से बक्सर में जहां दो ट्रेनें रोकी गई थी वहीं, अलग-अलग स्टेशनों पर कई ट्रेनों को खड़ा किया गया था.  दिन में 12:06 बजे से शाम 4:29 बजे तक आरा  से पीडीडीयू जंक्शन तक परिचालन बाधित रहा. ट्रेन का मार्ग बदल जाने के कारण कई यात्रियों को काफी परेशानी हुई जिन्होंने रिजर्वेशन कराया था उनको इस बात की चिंता थी कि उनके टिकट रद्द होंगे अथवा नहीं? हालांकि, रेल अधिकारियों ने यह आश्वस्त किया है कि यात्रियों के टिकट रद्द होने पर उन्हें पैसे वापस होंगे. शाम चार बजे के बाद अधिकारियों के समझाने तथा यह आश्वस्त करने के बाद कि उनकी बाद रेलवे के वरीय अधिकारियों तक रखी जायेगी जाम खत्म कराया गया.


कई ट्रेनों के मार्ग बदलें :

दिल्ली तक जाने वाली श्रमजीवी तथा दानापुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस को सासाराम के रास्ते निकाला गया जबकि, हावड़ा-दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस को गया पीडीडीयू कि रास्ते निकाला गया. वहीं पटना कोटा एक्सप्रेस को छपरा ग्रामीण-वाराणसी के रास्ते निकाला गया. मधुपुर हमसफर एक्सप्रेस को भी गया रूट से निकाला गया. इस्लामपुर-नई दिल्ली मगध एक्सप्रेस पटना एर्नाकुलम एक्सप्रेस को भी गया रूट से ले जाया गया. इंदौर से खुलने वाली इंदौर-पटना एक्सप्रेस का परिचालन भी गया के रास्ते पटना किया गया जबकि, इसी रास्ते से देहरादून-हावड़ा एक्सप्रेस का भी परिचालन हुआ दानापुर से खुलने वाली दानापुर आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस निर्धारित समय 3:55 के जगह रात्रि 8:00 बजे खुली. पटना-बनारस एक्सप्रेस का परिचालन रद्द कर दिया गया. पटना जंक्शन से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक जाने वाली पैसेंजर ट्रेन रात 8:00 बजे के बदले 9:30 बजे खोली गई वहीं, पटना-जयनगर एक्सप्रेस शाम 5:05 के बदले 7:00 बजे खुली.




पहले से ही तैयार थी पुलिस की टीम : 

छात्रों के प्रदर्शन की अधिकारियों को पूर्व सूचना मिल चुकी थी ऐसे में रेलवे स्टेशन परिसर में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे. नगर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार, जीआरपी थानाध्यक्ष रामाशीष प्रसाद, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दीपक कुमार तथा नगर यातायात प्रभारी अंगद सिंह के साथ ही टाइगर मोबाइल की टीम के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचे थे. छात्र बाजार समिति रोड से अंबेडकर चौक होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे. लगातार छात्रों को समझाने बुझाने का प्रयास किया जाता रहा लेकिन, छात्र अपनी मांगों पर रहे. उनका कहना था कि रेलवे के सक्षम अधिकारी जब तक परीक्षा में हुई धांधली के कारण उनके भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ को देखते हुए कोई उचित निर्णय नहीं लेते तब तक वह पटरियों से नहीं हटेंगे.


एसडीएम को मांग पत्र सौंपने के बाद भी प्रदर्शन करते रहे प्रदर्शनकारी : 

प्रदर्शनकारियों के यातायात बाधित किए जाने के कारण प्लेटफार्म संख्या एक पर डाउन अहमदाबाद-बरौनी, प्लेटफार्म संख्या तीन पर पटना झाझा पैसेंजर ट्रेनों को छात्रों ने रोक कर रखा गया था. छात्रों के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गोरख राम भी मौके पर पहुंच गए. स्टेशन प्रबंधक राजन कुमार के साथ उन्होंने छात्रों को समझाने बुझाने का प्रयास किया. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के एक दल के द्वारा दिन में तकरीबन 2:30 बजे अनुमंडल पदाधिकारी को अपना मांग पत्र भी सौंपा गया लेकिन, इसके बाद भी छात्रों का दूसरा गुट रेल पटरियों पर जमा रहा काफी समझाने बुझाने के बाद शाम तकरीबन साढ़े चार बजे बात बनी.

एहतियात के तौर पर मंगाए गए अतिरिक्त पुलिस बल :

रेलवे स्टेशन पर मौजूद छात्र समझाने के बाद भी नहीं मान रहे थे. तकरीबन 2:00 बजे जब प्रशासन को लगा कि छात्र नहीं हटेंगे तो अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगाए गए. उधर औद्योगिक थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार तथा महिला थाना अध्यक्ष नीतू प्रिया भी सदल बल मौके पर पहुंच गई थी.











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