महाघोटाला : स्वास्थ्य केंद्र का दरवाजा खटखटाया और वैक्सीनेशन का मैसेज आया ..

कि इतने ही देर में ही जिस नंबर से उनके वैक्सीनेशन का स्लॉट बुक किया गया था उस मोबाइल फोन पर कोविड-19 वैक्सीनेशन की सर्टिफिकेट आ गई, जिसमें लिखा हुआ था कि उन्हें सफलतापूर्वक कोविड-19 बूस्टर डोज दे दी गई है. यह जानकारी मिलते ही उनका दिमाग चकराने लगा क्योंकि, उन्होंने वैक्सीनेशन तो दूर किसी स्वास्थ्य कर्मी से मुलाकात तक नहीं की थी. ऐसे में उनके मोबाइल पर मैसेज कैसे आ गया वह समझ नहीं पा रहे.






- जिले में चल रहा बिना वैक्सीनेशन कराएं ही सर्टिफिकेट वितरण का खेल
- दोबारा पहुंचने पर फिर दे दी जा रही वैक्सीन, बड़ी गड़बड़ी पर चुप हैं सभी

बक्सर टॉप न्यूज़,  बक्सर : सिमरी थाना क्षेत्र के धनंजयपुर गांव निवासी एक व्यक्ति उस वक्त आश्चर्यचकित हो गए जब वह केवल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे और वहां का दरवाजा खटखटा कर अपने घर वापस लौटा ही थे कि इतने ही देर में ही जिस नंबर से उनके वैक्सीनेशन का स्लॉट बुक किया गया था उस मोबाइल फोन पर कोविड-19 वैक्सीनेशन की सर्टिफिकेट आ गई, जिसमें लिखा हुआ था कि उन्हें सफलतापूर्वक कोविड-19 बूस्टर डोज दे दी गई है. यह जानकारी मिलते ही उनका दिमाग चकराने लगा क्योंकि, उन्होंने वैक्सीनेशन तो दूर किसी स्वास्थ्य कर्मी से मुलाकात तक नहीं की थी. ऐसे में उनके मोबाइल पर मैसेज कैसे आ गया वह समझ नहीं पा रहे.







टाटा से बड़े अधिकारी के पद से रिटायर होने के बाद गांव में ही निवास कर रहे इंद्रदेव त्रिवेदी ने बताया कि उनके पुत्र गोवा में एक अधिकारी के तौर पर कार्यरत है. जब उन्होंने अपने पुत्र से बूस्टर डोज लेने की बात कही तो उनके पुत्र ने इनके लिए वैक्सीनेशन का स्लॉट बुक कर दिया, जिसके बाद उन्हें नगपुरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर वैक्सीन लेने की बात कही गई थी लेकिन, बुधवार को जब वह व्यक्ति वैक्सीन लेने पहुंचे तो वहां उन्होंने ताला लगा पाया.  ऐसे में वह वापस लौट आए लेकिन, जैसे ही वह घर पहुंचे उनके पुत्र मोबाइल फोन पर उनके वैक्सीनेशन के संपन्न हो जाने का मैसेज आ गया. पुत्र ने फोन कर जब यह पूछा कि वैक्सीन लेने के बाद वह कैसा महसूस कर रहे हैं तो उन्होंने बताया कि वह तो वैक्सीन ले ही नहीं सके हैं.  

हैरान-परेशान व्यक्ति ने कहा कि जब उनके जैसे पढ़े-लिखे व्यक्ति के साथ इस तरह का कार्य हो रहा है तो अन्य लोगों के साथ क्या होता होगा? उन्होंने स्वास्थ्य महकमे के पूरे सिस्टम पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या इसी प्रकार वैक्सीनेशन लक्ष्य पूरा किया जा रहा है?

अन्य लोगों को भी दूसरी खुराक लेने से पहले ही आ गया मैसेज:

मामला केवल एक व्यक्ति या फिर बूस्टर डोज का नहीं है. सूत्र बताते हैं कि वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं लेने वाले व्यक्तियों को भी वैक्सीनेट दिखाकर किसी तरह लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. ऐसा ही एक मामला इटाढ़ी थाना क्षेत्र के नारायणपुर पंचायत का है. जहां बिना वैक्सीनेशन आए ही 70 वर्षीय शीला देवी मोबाइल फोन पर दूसरे डोज़ का वैक्सीनेशन कंप्लीट हो जाने का मैसेज आया. शीला देवी के पुत्र अरुण उपाध्याय ने बताया कि उनकी माता अभी वैक्सीनेशन कराने के लिए जाने की बात सोच ही रही थी, तभी इस तरह का मैसेज आ गया. उन्होंने बताया कि उनके गांव में कई लोगों के साथ इसी तरह की बात हुई है हालांकि, वैक्सीनेशन करा लेने के प्रमाण पत्र मिल जाने के बावजूद व्यक्ति के पहुंचने पर दोबारा उसे वैक्सीन दी जा रही है.



वृद्ध के 14 वैक्सीन लेने पर मचा था बवाल, यहां किसे मिलेगी सजा?

सदर अस्पताल के वैक्सीनेशन केंद्र में बैठे एक कर्मी ने बताया कि संभवत: टारगेट पूरा करने के लिए इस तरह का कार्य किया जा रहा है. ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि 14 बार वैक्सीनेशन कराने का एक मामला राज्य में प्रकाश में आने के बाद जिस तरह से उस व्यक्ति के विरुद्ध क्या एक्शन लिया गया. ऐसे में वैक्सीनेशन के दौरान इस तरह की अनियमितता बरतने वाले लोगों पर किस तरह का एक्शन लिया जाएगा? जवाब जानने के लिए प्रभारी सिविल सर्जन सह एसीएमओ डॉक्टर अनिल कुमार भट्ट के मोबाइल पर कई बार फोन किया गया लेकिन, उन्होंने फोन नहीं उठाया ऐसे में यह ज्ञात नहीं हो सका किस तरह की अनियमितता पर क्या एक्शन लिया जाएगा?






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1 Comments

  1. Hmare sath bhi aisa huwa hai vaccine nhi liya gya hai fir bhi message aa gya hai ki apka 2nd dose complete ho gya hai

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