जयंती पर सावित्रीबाई फूले के संघर्षों को किया याद ..

कहा कि आज के समय सावित्री बाई फूले के संघर्ष को सरकार ने भुला दिया है. सावित्री बाई फूले ने दलितों तथा अल्पसंख्यकों  महिलाओं के शिक्षा के लिए समाज मे अलख जगाई और शिक्षा के प्रति महिलाओं को जागरूक किया. 






- विद्यालयों में एआइएसएफ के बैनर तले आयोजित था कार्यक्रम
- किया गया सावित्रीबाई फुले तथा फातिमा शेख की प्रतिभाओं का उपहार

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : एआइएसएफ के द्वारा सोमवार को सावित्री बाई फूले की जयंती नगर उर्दू प्राथमिक विद्यालय सारीमपुर, फैज उर्दू प्राथमिक विद्यालय, नया बाजार और शिशु मध्य विद्यालय कोइरपुरवा में मनाया गया. छात्र संगठन के द्वारा प्रधानाध्यापकों सावित्री बाई फूले और फ़ातिमा शेख़ की प्रतिमाएं भेंट की गई.



कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही सारीमपुर मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापक कमला प्रसाद ने कहा कि बच्चियों को  सावित्री बाई फूले से सीख लेनी चाहिए और उनके संघर्ष को याद कर आगे बढ़ना चाहिए कार्यक्रम का संचालन संचालन शिक्षक कर्मी धर्मेंद्र कुमार ने किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एआइएसएफ के जिलाध्यक्ष क्षितिज केसरी और पूर्व जिला सचिव सह बिहार राज्य परिषद सदस्य बबलू राज ने कहा कि आज के समय सावित्री बाई फूले के संघर्ष को सरकार ने भुला दिया है. सावित्री बाई फूले ने दलितों तथा अल्पसंख्यकों  महिलाओं के शिक्षा के लिए समाज मे अलख जगाई और शिक्षा के प्रति महिलाओं को जागरूक किया. 

मौके पर शिक्षक असलम खान, सुमिता पाठक, अमित चौधरी, इशरत खातून, परवीन बीबी, नई बाजार स्कूल से मंगरु प्रसाद, अमरदीप ठाकुर, रेहाना बानो, इशरत बानो, जैबुन निशा, मुन्नी बेगम, रबिया बेगम, शिशु विद्यालय कोइरपुरवा से ऋतुरंजन सिंह, राजेश वर्मा, डेनियल सर आमना शेख, शीला देवी, नेहा राज, वन्दना श्रीवास्तव, और एआइएसएफ से कन्हैया चौहान, सद्दाम शाह इत्यादि लोग शामिल हुए.











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